पश्चिम बंगाल स्थित उलुबेरिया में एक चौंकाने वाले घटनाक्रम के बाद भारत चुनाव आयोग फिर से राजनीतिक दलों के निशाने पर आ गया है। मिली जानकारी के अनुसार उलुबेरिया में तृणमूल कांग्रेस नेता के घर से ईवीएम और वीवीपैट मशीनें बरामद हुईं।
हालांकि आयोग ने कहा कि इन मशीनों का मंगलवार को हो रहे मतदान से कोई अब कोई वास्ता नहीं है। यह मामला सामने आने के बाद भारतीय जनता पार्टी ने हंगामा किया और कार्रवाई की मांग की।
Sector Officer has been suspended. It was a reserved EVM that has been removed from the election process. Severe action will be taken against all involved: Election Commission of India (ECI)
EVMs and VVPATs were found at the residence of a TMC leader in Uluberia, West Bengal pic.twitter.com/IBFwmDSXeY
— ANI (@ANI) April 6, 2021
वहीं इस घटनाक्रम के सामने आने के बाद भारत निर्वाचन आयोग ने कहा ‘सेक्टर अधिकारी को निलंबित कर दिया गया है। यह रिजर्व्ड ईवीएम थी जिसे चुनाव प्रक्रिया से हटा दिया गया है। सभी के खिलाफ गंभीर कार्रवाई की जाएगी।’
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आयोग ने कहा ‘हावड़ा जिले के विधानसभा क्षेत्र 177 उलूबेरिया उत्तर में सेक्टर 17 के सेक्टर अधिकारी तपन सरकार, रिजर्व ईवीएम के साथ गए और एक रिश्तेदार के घर पर सो गए। यह चुनाव आयोग के निर्देशों का घोर उल्लंघन है जिसके लिए उसे निलंबित कर दिया गया है। बड़ी सजा के लिए आरोप तय किए जाएंगे।’
आयोग ने एक बयान में कहा कि सेक्टर अधिकारी से जुड़ी सेक्टर पुलिस को भी निलंबित करने का निर्देश दिया गया है। उक्त ईवीएम और वीवीपीएटी को स्टॉक से बाहर कर दिया गया है और चुनाव में इस्तेमाल नहीं किया जाएगा। जनरल ऑब्जर्वर नीरज पवन ने सभी मशीनों पर लगे सील की जांच की है। इन ईवीएम को अब ऑब्जर्वर की कस्टडी में एक अलग कमरे में रखा गया है।
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में तीसरे चरण के तहत 31 सीटों के लिए मतदान मंगलवार को कड़ी सुरक्षा के बीच सुबह सात बजे शुरू हो गया। अधिकारियों ने इस बारे में बताया। उन्होंने बताया कि दक्षिण 24 परगना जिले (भाग 2) में 16 सीटों, हावड़ा (भाग 1) में सात सीटों और हुगली (भाग 1) में आठ सीटों पर हो रहे मतदान में कोविड-19 की रोकथाम संबंधी नियमों का सख्ती से पालन किया जा रहा है।