• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

जरूरत से ज्यादा मनुष्य का ये एक गुण पड़ सकता है उस पर भारी- चाणक्य नीति

Desk by Desk
19/07/2020
in Main Slider, ख़ास खबर, फैशन/शैली, राष्ट्रीय
0
14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

लाइफ़स्टाइल डेस्क। आचार्य चाणक्य की नीतियां और विचार आज के समय में भी प्रासांगिक हैं। अगर कोई व्यक्ति अपने जीवन में सफलता चाहता है तो उसे इन विचारों को जीवन में उतारना होगा। आचार्य चाणक्य के इन्हीं विचारों में से आज हम एक विचार का विश्लेषण करेंगे। आज का ये विचार ईमानदारी पर आधारित है।

“किसी भी व्यक्ति को बहुत ज्यादा ईमानदार नहीं होना चाहिए। जंगल में सीधे तने वाले पेड़ ही सबसे पहले काटे जाते हैं। बहुत ज्यादा ईमानदार व्यक्ति को ही सबसे ज्यादा कष्ट उठाने पड़ते हैं।” आचार्य चाणक्य

आचार्य चाणक्य के इस कथन का मतलब ईमानदारी से है। आचार्य चाणक्य का कहना है कि किसी भी व्यक्ति को ईमानदार नहीं होना चाहिए। जंगल में सीधे तने वाले पेड़ ही सबसे पहले काटे जाते हैं। बहुत ज्यादा ईमानदार व्यक्ति को ही सबसे ज्यादा कष्ट उठाने पड़ते हैं। आचार्य चाणक्य के कथन का अर्थ आप परिवार और नौकरी दोनों से ही जोड़कर देख सकते हैं। ईमानदार होना जरूरी है लेकिन हद से ज्यादा कोई भी चीज हानिकारक होती है। ठीक इसी प्रकार ईमानदारी भी है। अगर कोई व्यक्ति बहुत ज्यादा ईमानदार है तो सबसे पहले दुष्परिणाम उसे ही भुगतने पड़ते हैं।

उदाहरण के तौर पर इस कथन को अब नौकरी से जोड़कर देखिए। कई बार आपके बॉस गलत होते हैं आपको ये बात पता भी होता है चूकि वो आपके सीनियर हैं इस लिहाज से आपको कई बार अपनी ईमानदारी को ताक पर रखना ही ठीक है। उस वक्त ईमानदारी आपकी नौकरी पर भी भारी पड़ सकती है। इसी ईमानदारी को अब परिवार से जोड़कर देखिए। जिस तरह हाथ की सभी उंगलियां एक समान नहीं होती ठीक उसी प्रकार घर के सभी लोग स्वभाव, विचार से अलग-अलग होते हैं। कई बार परिवार के मुखिया को घर को बचाने के लिए ईमानदारी को ताक पर रखकर परिवार की भलाई के लिए कुछ झूठ भी बोलने पड़ते हैं। ऐसा करना परिवार की एक जुटता को बरकरार रखने के लिए एकदम सही कदम है। इसी वजह से आचार्य चाणक्य ने कहा है कि ज्यादा ईमानदारी वाले शख्स को ज्यादा कष्ट उठाने पड़ते हैं।

Tags: chanakyachanakya nitichanakya niti in hindichanakya niti life lessonschanakya niti quoteschanakya quoteschanakya storiesJeevan Mantrashort note on chanakyaचाणक्य नीतिचाणक्य ने अनमोल विचारसफल जीवन के लिए फॉलो करें चाणक्य के विचार
Previous Post

भाजपा सांसद की रैली में TMC और BJP के कार्यकर्ता भिड़े, अर्जुन ने लगाए गंभीर आरोप

Next Post

दिल्ली-एनसीआर में झमाझम बारिश से तालाब बनी सड़कें, यूथ कांग्रेस के दफ्तर में भरा पानी

Desk

Desk

Related Posts

PM Modi
राजनीति

UNESCO की अमूर्त सांस्कृति विरासत की सूची में शामिल होगा छठ महापर्व… पीएम मोदी ने की घोषणा

28/09/2025
BJP
बिहार

Bihar Elections: बीजेपी ने चुनाव समिति का किया ऐलान, यहां देखें पूरी लिस्ट

28/09/2025
IndvsPak
Main Slider

8 साल बाद IndvsPak का महामुकाबला, 2017 की हार का बदला लेगी सूर्यकुमार की सेना

28/09/2025
39 dead so far in stampede at Vijay's rally
क्राइम

विजय की रैली में भगदड़ में अब तक 39 की मौत, FIR दर्ज

28/09/2025
Paneer Kathi Roll
Main Slider

आज बनाएं ये टेस्टी डिश, बच्चे ही नहीं बड़े भी कहेंगे लाजवाब

28/09/2025
Next Post
झमाझम बारिश

दिल्ली-एनसीआर में झमाझम बारिश से तालाब बनी सड़कें, यूथ कांग्रेस के दफ्तर में भरा पानी

यह भी पढ़ें

दिव्या अग्रवाल

दिव्या ने दिया ट्रोलर्स को जवाब, वरुण के कैरेक्टर पर ना उठाए उंगली

07/03/2022

यूपी में ‍गिरेगा मौसम का पारा, कई इलाकों में बारिश के आसार

15/10/2021
bihar board inter

बिहार बोर्ड इंटर टॉपरों की फिर से जांची जाएंगी कॉपियां

12/03/2022
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version