नई दिल्ली। कांग्रेस में नेतृत्व को लेकर सवालों का सिलसिला थम नहीं रहा है। कुछ ही दिनों पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के पार्टी नेतृत्व पर सवाल उठाने के बाद अब एक और पत्र पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखा गया है। यह पत्र पिछले साल कांग्रेस से निकाले गए नेताओं ने लिखा है। चिट्ठी लिखने वालों में एक सदस्य हैं, पूर्व एमएलसी एवं उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी अल्पसंख्यक विभाग के पूर्व चेयरमैन सिराज मेंहदी।
उन्होंने बताया, ‘हम लोगों ने सोनिया गांधी को एक पत्र लिखा है। जिसमें उनसे परिवारवाद को भूलकर, कांग्रेसवाद को आगे बढ़ाने की बात कही गई है।
सिराज मेंहदी ने कहा कि हमने कांग्रेस आलाकमान से कार्यकर्ताओं को साथ लेकर आगे बढ़ने की बात कही है। उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस ही नहीं बचेगी तो परिवारवाद कहां से चलेगा? इसीलिए हम लोगों ने गुजारिश की है कि सोनिया गांधी, पहले कांग्रेस पार्टी को मजबूत करें। जो कांग्रेस बंटी हुई है, उसे एक करें।
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उन्होंने आगे कहा कि जिस कांग्रेस ने इतिहास लिखा आज वही कांग्रेस इतिहास बनने जा रही है. हम लोगों ने सोनिया गांधी से मिलने के लिए टाइम भी मांगा था लेकिन समय नहीं मिला। अगर वह हम लोगों से नहीं मिलती हैं तो हम लोग दिल्ली जाकर धरना भी दे सकते हैं। हम लोगों को गलत ढंग से पार्टी से निष्कासित किया गया है। वह उचित नहीं था। कुछ नए लोग और बाहरी लोगों के आने से पुराने लोगों को निकाल दिया गया।
सिराज मेंहदी ने कहा कि हम लोग ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के सदस्य थे, ऐसे में हमें उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी कैसे निकाल सकती है? उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी, राष्ट्रीय कांग्रेस को हमें निकालने के लिए रिकमेंड कर सकती थी, ना कि निकाल सकती थी। राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी हमें निकाल सकती है।