नई दिल्ली। इसी तरह मॉडर्ना का टीका लगवाने पर 42 दिनों तक शराब नहीं पी जा सकेगी। बंगाल के परिप्रेक्ष्य में कहे तो यहां शराब की बहुत ज्यादा बिक्री होती है। हर साल बीयर के ही 80 लाख केस बिकते हैं। एक केस में बीयर की 24 बोतलें होती हैं। वही देसी शराब की भी 1.4 करोड़ केस की बंगाल में बिक्री होती है, यानी बंगाल में कोरोना के टीके को सफल बनाने के लिए यहां के शराब प्रेमियों को भी बेहद संयमित होना पड़ेगा।
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कोरोना का टीका लगवाने के बाद शराब से दूर रहना पड़ेगा। शराब पीने से टीका बेअसर साबित हो सकता है। विशेषज्ञों ने यह दावा किया है। उनका कहना है कि भारत बायोटेक द्वारा तैयार किए जा रहे ‘कोवैक्सीन’ को लगवाने के बाद 14 दिनों तक शराब के सेवन से परहेज करना होगा, वहीं रूस में तैयार ‘स्पूतनिक-वी’ लगवाने पर अगले दो महीने तक शराब पीना मना हो जाएगा।
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इंडियन काउंसिल फॉर मेडिकल रिसर्च के एपिडेमियोलॉजी एंड कम्युनिकेबल डिजीज के प्रमुख डॉ. समिरन पांडे ने कहा कि कोरोना का टीका लगवाने पर शराब का सेवन नहीं किया जा सकेगा। चिकित्सकीय भाषा में अल्कोहल को ‘इम्यूनो सप्रेसेंट’ कहा जाता है। खून में अल्कोहल मिलने के बाद शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है।