आगर। केंद्र की ओर से नए कृषि कानून को वापस लिए जाने की मांग को लेकर किसान संगठनों के रेल रोको आंदोलन को लेकर आगरा मंडल में दोपहर तक कोई घटना नहीं हुई है। सभी जिलों में पुलिस फोर्स सुबह से सतर्कता बरत रही है। स्टेशनों पर फोर्स तैनात करने के अलावा तमाम किसान नेताओं को नजरबंद किया गया है। बता दें कि, केंद्रीय गृह राज्यमंत्री को हटाने तक आंदोलन जारी रहेगा। इस दौरान राजा की मंडी, आगरा छावनी रेलवे स्टेशन समेत सभी स्टेशनों पर जीआरपी का कड़ा पहरा रहा।
वहीं, मथुरा के राया में किसान यूनियन ने रेलवे स्टेशन पर ट्रेन रोक कर जमकर नारेबाजी की। सोमवार को मथुरा से कासगंज जाने वाली पैसेंजर ट्रेन जैसी ही रेलवे स्टेशन पर रुकी। इसी दौरान, किसान यूनियन अबावता के कार्यकर्ता इंजन फर चढ़ गए। सुरक्षा की दृष्टि से पहले से ही पुलिस बल रेलवे स्टेशन पर तैनात रहा। किसान नेताओं ने दो मिनट के लिए एक पैंसेजर ट्रेन को रोक लिया और एसडीएम को ज्ञापन भी सौंपा।
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मैनपुरी में रेल रोको आंदोलन को लेकर प्रशासन अलर्ट पूरी तरह से रहा। सोमवार सुबह से ही शहर समेत देहात के रेलवे स्टेशन पर भारी संख्या में पुलिस फोर्स मौजूद रही। शहर के रेलवे स्टेशन पर डीएम और एसपी पहुंचे और किसान यूनियन के पदाधिकारियों से उन्होंने ज्ञापन लिया।
साथ ही, फिरोजाबाद में रेल रोको आंदोलन को लेकर जीआरपी और आरपीएफ सुबह से ही अलर्ट दिखी। शिकोहाबाद, मक्खनपुर, फिरोजाबाद, टूंडला रेलवे स्टेशन पर फोर्स बढ़ा दिया गया। जीआरपी के सिपाही स्टेशन पर हर आने जाने वालों की चेकिंग की गई। इस दौरान, किसान रेलवे ट्रैक तक नहीं पहुंच सके।