बदायूं। आत्महत्या का प्रयास (commit suicide) करने वाले किसान किशनपाल (52 वर्ष) की बरेली के एक निजी मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान बृहस्पतिवार की सुबह मौत हो गई। किशनपाल मूल रूप से बदायूं के थाना सिविल लाइन क्षेत्र के गांव रसूलपुर बिलहरी के निवासी थे।
उल्लेखनीय है कि दबंगों द्वारा फसल में आग लगाने के बाद पुलिस द्वारा कोई कार्यवाही ना करने से परेशान होकर किशनपाल ने बुधवार दोपहर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कार्यालय के द्वार पर पेट्रोल छिड़ककर खुद (commit suicide) को जला लिया था।
गंभीर रूप से झुलसी हालत में किशनपाल को बरेली के श्री राम मूर्ति स्मारक मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) डॉ. ओपी सिंह ने बताया कि इलाज के दौरान बरेली के श्री राम मूर्ति स्मारक मेडिकल कॉलेज में किशनपाल की बृहस्पतिवार सुबह मृत्यु हो गई। उन्होंने बताया किशनपाल की फसल जलाने वाले आठ नामजद आरोपियों में से सात को पुलिस ने रात में ही गिरफ्तार कर लिया, जबकि एक व्यक्ति अभी फरार है जिसकी तलाश जारी है।
उन्होंने बताया कि मृतक किशनपाल और आरोपी पक्ष एक ही परिवार के हैं। सिंह ने कहा कि पुलिस ने किशनपाल के साथ कोई पक्षपात नहीं किया। उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों का मुकदमा दर्ज किया गया था और किशनपाल के विरोधी पक्ष के विरुद्ध कार्यवाही भी की गई थी।
एसएसपी ने बताया कि बरेली रेंज के पुलिस महानिरीक्षक रमित शर्मा ने इस मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है। जिसका नेतृत्व बरेली के पुलिस अधीक्षक नगर करेंगे जो एक आईपीएस अधिकारी हैं। उनका सहयोग बदायूं के पुलिस अधीक्षक नगर प्रवीण सिंह चौहान करेंगे।
उल्लेखनीय है कि इस मामले में एसएसपी बदायूं ने थाना सिविल लाइंस के थाना प्रभारी, मंडी समिति पुलिस चौकी के चौकी प्रभारी और बीट के दो सिपाहियों समेत पांच को घटना के तत्काल बाद निलंबित कर दिया था।