आम आदमी पार्टी (आप) की पंजाब इकाई के अध्यक्ष और सांसद भगवंत मान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कच्छ (गुजरात) जाकर किसानों से मिलने की आलोचना करते हुए कहा कि उन्हें दिल्ली सीमा पर ठंड में बैठे लाखों किसान क्यों नहीं दिखाई देेते।
श्री मान ने यहां जारी बयान में कहा कि पूरे देश के किसान श्री मोदी से मिलने के लिए दिल्ली पहुंचे हुए हैं और प्रधानमंत्री उनसे ‘आंख चुराते हुए‘ गुजरात जा पहुंचे।
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आप सांसद ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री की कथनी और करनी में हमेशा दिन-रात जैसा अंतर रहा है। एक तरफ वह दावा करते हैं कि वह किसानों को मिलने के लिए 24 घंटे उपलब्ध हैं, परन्तु उन्हें दिल्ली की सीमाओं पर खुले आसमान के नीचे 20 दिन से बैठे हुए किसान नजर नहीं आते और वह गुजरात में जाकर पंजाबी किसानों के साथ मिल रहे हैं।
श्री मान ने आरोप लगाया कि श्री मोदी गुजरात में भी जिन पंजाबी किसानों से मिलने का दावा कर रहे हैं, उनके मुख्यमंत्री रहते उन किसानों की जमीनें छीन ली गई थीं।
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आप सांसद ने केंद्रीय कृषिमंत्री नरेंद्र तोमर के उस बयान की भी निंदा की जिसमें उन्होंने कहा था कि ‘असली‘ किसान यूनियन से ही बातचीत करेंगे औैर सवाल किया, “अगर आपको दिल्ली सीमा पर आंदोलन कर रहे किसान असली नहीं लगते तो अब तक इनके साथ छह दौर में लंबी बैठकें क्यों की थीं?“
श्री मान ने कहा कि किसानों को भ्रमित करके किसान आंदोलन को खत्म करने की नीति को छोड़कर प्रधानमंत्री को किसानों की मांगे मान लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जब सरकार इन कृषि कानूनों में 70 प्रतिशत बदलाव के लिए तैयार है तो पूरे के पूरे कृषि कानून वापिस न लेने की ज़िद क्यों अड़े हुए हैं?