फर्रुखाबाद। जिले केहेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के चौथे स्थापना वर्ष पर गुरुवार को लोगों के स्वास्थ्य की जांच की गई। इसी क्रम में राजेपुर सरायमेदा, खिमसेपुर, जैतपुर, बहोरिकपुर, करनपुर दत्त, महरुपुर बीजल, भोजपुर में बने हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर केक काटकर स्थापना वर्ष मनाया गया। इस मौके पर लोगों को टेली मेडिसिन (Telemedicine) के बारे में जानकारी देने के साथ ही स्वास्थ्य सम्बन्धी जांच कर दवा भी दी गई।
इस दौरान राजेपुर सरायमेदा के सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) जितेन्द्र सिंह यादव ने बताया कि आज के समय में अधिकतर लोग किसी न किसी बीमारी से ग्रसित हो रहे हैं लेकिन लोगों के पास अपनी सेहत का ख्याल रखने के लिए भी समय नहीं है। लोग जब अधिक बीमार हो जाते हैं तब चिकित्सक से सलाह लेते हैं यह अपने स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करना है। आज ग्राम स्तर पर हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर बन गये हैं तो लोग अपनी छोटी मोटी बीमारियों को भी तवज्जो देने लगे हैं।
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी और हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के नोडल अधिकारी डॉ दलवीर सिंह ने बताया कि अब कोई भी रोग से ग्रसित न रहे, सभी स्वस्थ रहें इसके लिए उपकेन्द्र, नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के रूप में तैयार किया गया है। जहां पर ग्रामीण क्षेत्र के लोगों का इलाज किया जा रहा है जिससे उनको मामूली बीमारियों के लिए शहर के अस्पतालों के चक्कर न काटने पड़े और उनके समय और पैसों की भी बचत हो।
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डॉ सिंह ने बताया कि टेलीमेडीसिन के माध्यम से दक्ष डॉक्टरों द्वारा रोगियों के इलाज की भी व्यवस्था है। गरीब, कमजोर व मध्यम वर्ग से जुड़े लोगों का यहां आसानी से इलाज हो रहा है। इस सेंटर पर ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, कैंसर, मातृ स्वास्थ्य, प्रसव, नवजात और बच्चों का स्वास्थ्य, किशोर स्वास्थ्य सुविधा, गर्भ निरोधक उपाय, संक्रामक, गैर संक्रामक रोगों के प्रबंधन की सुविधा, आंख, नाक, कान व गले के इलाज की जा रही है।गंभीर रोगियों को जांच के बाद डॉ राममनोहर लोहिया चिकित्सालय भेज दिया जाता है।
डीसीपीएम रणविजय प्रताप सिंह ने बताया कि जल्द ही जिले का डॉ राममनोहर लोहिया चिकित्सालय टेलीमेडीसिन का हब बनेगा, जिससे पहले लोगों को राज्य स्तर के चिकित्सकों से परामर्श लेना पड़ता था। इसमें ज्यादा समय लगता था लेकिन हब बन जाने से मरीज को जल्द ही परामर्श मिलने के साथ ही सम्बन्धित ग्राम स्तर पर बने हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर से दवा भी मिल जाएगी।
डीसीपीएम ने बताया कि ई संजीवनी के माध्यम से 18 मई 2021 से अब तक लगभग 14,274 लोगों ने चिकित्सकों से परामर्श लेने के साथ ही दवा भी प्राप्त की है।
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ब्लॉक कमालगंज के मंशा नगला के रहने वाले 20 वर्षीय सौरभ पाल का कहना है कि उनकी मां कुछ समय से बीमार रहतीं थी, तो मैंने उनको राजेपुर सरायमेदा में बने हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर सीएचओ जितेन्द्र को दिखाया। उन्होंने फोन के द्वारा मेरी मां को लखनऊ के डाक्टर से परामर्श दिलाया। इसके साथ ही कुछ जांच कराई, जिससे पता चला कि उन्हें थायराइड की शिकायत है फिर दवा दी गई। अब कुछ आराम है, इस तरह के अस्पताल खुल जाने से अब बाहर जाने की जरुरत नहीं रह गई है।
राजेपुर सरायमेदा के रहने वाले 21 वर्षीय रोहित ने बताया की उनको कई दिनों से दातों में दर्द हो रहा था जिस कारण चेहरे पर सूजन आ गई थी। गांव में बने अस्पताल में दिखाया तो चिकित्सक ने आन लाइन अन्य डाक्टर से बात कराई, मुझे दवा दी गई और अब मैं ठीक हो गया। घर के नजदीक अस्पताल होने के कारण हम लोगों को काफी सुविधा हो जाती है और अब बाहर नहीं जाना पड़ता है।