मेरठ। सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि विवि के डीन डॉ. राजीवर सिंह (dr rajveer singh) की हत्या के प्रयास के मामले का पुलिस और एसओजी ने खुलासा कर दिया है। कृषि विवि की एक महिला प्रोफेसर ने ही डीन बनने के लिए डॉ. राजीव पर जानलेवा हमला कराया। पुलिस ने तीन आरोपितों को गिरफ्तार करके मामले का खुलासा किया है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रभाकर चौधरी ने सोमवार को पुलिस लाइन में पत्रकार वार्ता में इस आपराधिक वारदात का खुलासा किया। सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रोद्यौगिकी विश्व विद्यालय के पशु बदमाशों ने गोलियां बरसाई थी। जिसमें डीन बुरी तरह से घायल हो गए थे। उनका एसडीएस ग्लोबल अस्पताल में उपचार चल रहा है। दौराला और एसओजी टीम मामले की छानबीन में जुटी थी। पुलिस ने जांच के बाद शूटर आशु चड्डा, मुनेंद्र बना और अनिल बालियान को गिरफ्तार करके घटना का खुलासा कर दिया। कृषि विवि की महिला प्रोफेसर डॉ. आरती भटेले ने इस हत्या के प्रयास की साजिश रची थी। पुलिस ने बदमाशों के पास से तमंचा, पिस्टल, कारतूस, स्पलेंडर बाइक, सुपारी में दिए 04 लाख रुपए बरामद किए।
एसएसपी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपित अनिल बालियान ने पूछताछ में बताया कि 2014 में उसने अपनी बेटी का एडमिशन बीएससी-एजी में कृषि विवि में कराया था। तभी से डॉ. आरती भटेले से उनकी जान-पहचान हुई और संबंध घनिष्ठ हो गए। इसके कारण अनिल की पत्नी 2019 में उसे छोड़कर चली गई।
कृषि विवि के डीन को बदमाशों ने गोलियों से भूना, हालत गंभीर
डॉ. आरती ने कहा कि वैटनेरी डीन डॉ. राजवीर सिंह की योग्यता डीन बनने की नहीं है और वह डीन बनने योग्य है। अगर डॉ. राजवीर रास्ते से हट जाए तो मैं डीन बन सकती हैं और आपकी बेटी की नौकरी कृषि विवि में लगवा दूंगी। बेटी की नौकरी के लालच में अनिल बालियान ने अपने दोस्त मुनेंद्र बना से संपर्क करके डॉ. राजवीर को रास्ते से हटाने की बात कह। इस पर मुनेन्द्र ने अपने फुफेरे साले आशु चड्डा से बात की। इसमें आशु के दोस्त नदीम को भी शामिल किया गया। इसके बाद डॉ. राजवीर के घर से लेकर कृषि विवि तक की रेकी की गई। हत्या की सुपारी 04 लाख रुपए में दी गई और 1 लाख रुपए एडवांस दिया गया। इसके बाद तय योजना के अनुसार डॉ. आरती और अनिल बालियान शॉप्रिक्स मॉल खरीददारी करने चले गए। एसएसपी ने बताया कि आरोपित महिला प्रोफेसर और नदीम की तलाश की जा रही है। आरोपितों को पकड़ने वाली टीम में एसओजी प्रभारी अखिलेश गौड़, दौराला इंस्पेक्टर नरेंद्र कुमार आदि शामिल रहे।