उर्वरक घोटाले की जांच कर रही प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी की टीम ने दिल्ली में राष्ट्रीय जनता दल के सांसद एडी सिंह को गिरफ्तार किया है।
इसी क्रम में ईडी जल्द ही उत्तर प्रदेश के रहने वाले और इफको के पूर्व प्रबंध निदेशक और CEO यू.एस. अवस्थी और उसके दो बेटों के खिलाफ भी बड़ी कार्रवाई को अंजाम दे सकती है। ईडी के सूत्रों की मानें तो उनको भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार भी किया जा सकता है।
बता दें यूएस अवस्थी और उनके दो बेटे अमोल अवस्थी और अनुपम अवस्थी पर बेहद गंभीर आरोप लगे हैं। यूएस अवस्थी, इंडियन पोटाश लिमिटेड के पूर्व मैनेजिंग डायरेक्टर परविंदर सिंह गहलोत और उनके बेटों समेत कई अन्य पर उर्वरक के आयात में अनियमितताओं को लेकर भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया गया था। इसी मामले में ये कार्रवाई होने वाली है। दरअसल ईडी के सूत्र के मुताबिक ये सीबीआई द्वारा दर्ज मामला है, जिसे ईडी ने कुछ समय पहले दर्ज किया था। अब उसी मामले में ये कार्रवाई हो रही है। CBI की टीम ने रसायन व उर्वरक मंत्रालय की ओर से दी गई जानकारी के आधार पर उस वक्त के तत्कालीन MD व CEO यूएस अवस्थी और परविंदर सिंह गहलोत सहित कई 11 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। उसी मामले में यूएस अवस्थी के पुत्रों अमोल अवस्थी व अनुपम अवस्थी के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है।
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फर्टिलाइजर घोटाला मामले में बुधवार को RJD सांसद के ए.डी.सिंह यानी अमरेंद्र धारी सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। ईडी की टीम ने दिल्ली के डिफेंस कॉलोनी इलाके में स्थित उनके आवास से गिरफ्तारी की है। उसके बाद अब दिल्ली स्थित ईडी दफ्तर में रखकर पूछताछ की जा रही है। ईडी मुख्यालय के वरिष्ठ सूत्र के मुताबिक फर्टिलाइजर घोटाला मामले में यूएस अवस्थी और अमरेंद्र धारी सिंह के बेहद करीबी और कारोबारी संबंध रहा है, जिसे अब जांच एजेंसी पूछताछ कर रही है। उन तमाम मामलों में दुबई की कंपनी मेसर्स ज्योति ट्रेडिंग कॉर्पोरेशन के साथ आरोपी अवस्थी का क्या कनेक्शन रहा है? इस मामले में आने वाले वक्त में गिरफ्तार आरोपी से विस्तार से पूछताछ करेगी। पिछले कुछ समय पहले ही केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई ने एक मामला दर्ज किया था। उसी मामले को आधार बनाते हुए ईडी ने ये केस टेकओवर किया और आगे इस मामले में कार्रवाई की जा रही है। उसके बाद दिल्ली, मुम्बई, हरियाणा सहित करीब 12 स्थानों पर छापेमारी की थी।
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केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई ने IFFCO के पूर्व मैनेजिंग डायरेक्टर और CEO के खिलाफ भ्रष्टाचार से जुड़े आरोप के मामले में एक FIR दर्ज करके 12 लोकेशन पर सीबीआई की टीम छापेमारी की थी। इस दर्ज FIR में दुबई की कंपनी और उससे जुड़े लोगों के खिलाफ भी मामला दर्ज किया था। उसी FIR में सांसद अमरेंद्र धारी सिंह को भी नामजद किया था, लेकिन उन्हें सांसद के तौर पर नहीं बल्कि दुबई स्थित एक फर्टिलाइजर कंपनी में सीनियर वाईस प्रेसिडेंट के पद पर कार्यरत होने का आरोप लगा था. उस कंपनी का नाम है- मेसर्स ज्योति ट्रेडिंग कॉर्पोरेशन (M/s. Jyoti Trading Corporation, Dubai)। इस मामले में सीबीआई की टीम FIR दर्ज करने के बाद दिल्ली, हरियाणा के गुड़गांव सहित मुम्बई के कुल 12 लोकेशन पर छापेमारी की थी।
दरअसल IFFCO और इंडियन पोटाश लिमिटेड कंपनी के खिलाफ मिले शिकायत के बाद सीबीआई की टीम ने ये कार्रवाई को अंजाम दिया था। इसने सब्सिडी के नाम पर भारत सरकार को करोड़ों रूपये का चूना लगा दिया था।
इस मामले में सीबीआई के साथ अब ईडी की टीम काफी तेजी से तफ़्तीश में जुट गई है। ईडी ने इस मामले में मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत मामला दर्ज किया है। जल्द ही कई अन्य आरोपियों के खिलाफ भी बड़ी कार्रवाई होने वाली है।