उत्तर प्रदेश में फिरोजाबाद के सिरसागंज क्षेत्र 11वीं के छात्र ने परिवार पर दवाब बनाने के लिये खुद के अपहरण ही झूठी कहानी रची थी। पुलिस ने इसका खुलासा करते हुए छात्र को परिजनों के सुपुर्द कर दिया है।
पुलिस सूत्रों ने बुधवार को यहां बताया कि सिरसागंज क्षेत्र के हैवतपुर गांव निवासी संजय के पुत्र ऋषि मंगलवार दोपहर बाद घर से ट्यूशन पढ़ने की कहकर निकला था। इसके बाद वह देर शाम तक घर नही लौटा। परिजनों को उसकी चिंता हुई।
उन्हाेंने बताया कि पिता संजय के अनुसार रात आठ बजे उसके पास छात्र के मोबाइल से 20 लाख रूपये की फिरौती का फोन आया। उन्होंने इसकी सूचना पुलिस को दी। सूचना मिलते ही पुलिस सक्रिय हो गयी।
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पुलिस अधीक्षक ग्रामीण राजेश कुमार, क्षेत्राधिकारीसिरसागंज इन्दु प्रभा समेत पुलिस बल गांव पहुंच गया। परिजनों से पूछताछ करते हुये छात्र की तलाश शुरू कर दी। रात करीब नौ बजे छात्र का फोन आया कि वह गांव कठफोरी में है। पुलिस तत्काल गांव कठफोरी पहुंची। पुलिस ने छात्र को कठफोरी से खोज लिया। छात्र ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि लगभग चार बजे उसे अरांव रोड पर तहसील के पास बदमाशों ने ईको गाड़ी में डाल लिया। उसे दवा देकर बेहोश कर दिया। जव उसे होश आया तो वह एक मकान में था। मौका पाकर वह वहां से भाग कर कठफोरी में हाइवे किनारे छिप गया।
क्षेत्राधिकारी ने मामले को संदिग्ध मानते हुये जब छात्र से कड़ाई से पूछताछ की तो छात्र ने सच उगल दिया। पुलिस के अनुसार उसने पिता व परिजनों को सबक सिखाने के लिये खुद के अपहरण का नाटक रचा था। उसने बताया कि पिता व उसके परिजन उस पर काम का दवाब बनाते थे। जिसके चलते उसने यह कदम उठाया था। पुलिस ने छात्र को परिजनों के सुपुर्द कर दिया है।