बदायूं। उत्तर प्रदेश में बदायूं जिले के बिनावर क्षेत्र में सोमवार को एंटी नार्कोटिक्स टास्क फोर्स (एएनटीएफ) की बरेली यूनिट ने स्थानीय पुलिस की मदद से अभियान चलाकर 12 किलो अफीम (Opium) समेत पांच तस्कर पकड़े (Arrested) हैं।
बरामद माल (Opium) की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में तकरीबन एक करोड़ 80 लाख रुपये बताई जा रही है। तस्करों के पास से एक कार और ट्रक भी मिला है। तस्करों में चार लोग यूपी के बरेली के रहने वाले है जबकि एक झारखंड का निवासी है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी ने बताया कि लोकसभा चुनाव के मद्देनजर मादक पदार्थों की तस्करी की रोकथाम की कोशिश की जा रही है। इसी कोशिश के दौरान बिनावर थाना पुलिस समेत एएनटीएफ की बरेली यूनिट ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए पांच तस्कर पकड़े हैं। यह गिरफ्तारी बिनावर इलाके में बरेली रोड पर शनिदेव मंदिर के पास से दिखाई गई है। पुलिस का दावा है कि चेकिंग के दौरान मुखबिर की सटीक सूचना पर यह कार्रवाई अमल में लाई गई है। इसको तहत पकड़े गए लोगों ने थाने लाकर पूछताछ में अपने नाम विकास राजपूत निवासी गांव महार्रा थाना भमौरा, वीरेंद्र वर्मा निवासी गांव बरसेर सिकंदरपुर थाना सिरौली, साजि हुसैन निवासी गांव मझगवां थाना विशारतगंज, बरेली समेत शमशुल हक निवासी गांव हररामपुर थाना भमौरा जनपद बरेली व झारखंड के जिला लातेहर के थाना लातेहर इलाके के तरबाड़ी गांव निवासी मोहम्मद शमीम बताया।
प्रियदर्शी ने बताया कि पकड़े गए अभियुक्त शमीम ने पुलिस को बताया कि वह ट्रक का मालिक और ड्राइवर है। ट्रक में झारखंड के जमशेदपुर से लोहा भरकर गाजियाबाद फैक्ट्री पहुंचाने का काम करता है। लोहे की आड़ में वह झारखंड के आदिवासी क्षेत्र से अफीम लाता है। इस माल को वह बरेली समेत बदायूं के तस्करों के हाथ बेच देता है। आठ किलो माल उसने आरोपियों को बेचा था। वो लोग कार में माल रखकर बरेली जा रहे थे लेकिन रास्ते में पकड़े गए। वहीं चारों तस्करों ने बताया कि बरामद माल को वो लोग पंजाब में सप्लाई करते हैं और मोटा मुनाफा कमाते हैं।
एसएसपी ने बताया कि आरोपियों के पास से पुलिस ने अफीम के अलावा चार मोबाइल सेट, दो लाख 36 हजार आठ सौ रुपये कैश समेत वैगनार व ट्रक बरामद किया है। धरपकड़ करने वाली टीम में एसएचओ बिनावर अरविंद पंवार के अलावा एएनटीएफ के एसआई विकास यादव समेत लखनऊ की सर्विलांस टीम शामिल रही।