वाराणसी। भेलूपुर पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। पुलिस टीम ने बड़े अस्पतालों के महंगे जीवन रक्षक उपकरणों को चुराकर बेचने वाले गिरोह का खुलासा किया है। गिरोह के सदस्य चोरी के उपकरणों को छोटे अस्पतालों में सस्ती कीमतों पर बेचते थे। गिरफ्तार (Arrested) पांच सदस्यों में चार चिकित्सक हैं और खुद भी अस्पताल चलाते हैं। गिरोह के पास से लगभग 20 लाख का उपकरण भी बरामद हुआ है।
सोमवार को पुलिस उपायुक्त काशी जोन राम सेवक गौतम ने बताया कि महमूरगंज स्थित आशीर्वाद हॉस्पिटल के प्रबंधक सुरेन्द्र उर्फ मनीष सिंह ने भेलूपुर थाने में अस्पताल से उपकरणों की चोरी की शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर सीसीटीवी फुटेज को देखा तो अस्पताल के आईसीयू नर्सिंग कर्मचारी आनंद कुमार को सामान ले जाते देखकर गिरफ्तार कर लिया। पुलिस टीम ने उससे कड़ी पूछताछ की तो जीवन रक्षक उपकरणों की चोरी करने वाले और खरीदने वाले इस गिरोह का खुलासा हो गया।
आंनद ने बताया कि चोरी के उपकरणों को छोटे अस्पतालों के ये चिकित्सक ही खरीदते थे। पुलिस टीम ने त्वरित कार्रवाई कर चोरी के उपकरण खरीदने वाले चार चिकित्सकों को छापेमारी कर अलग-अलग जगहों से गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार चिकित्सकों से पूछताछ में पता चला कि लाखों रुपये की मशीन को आनंद कुमार से चोरी करवाते थे। फिर मात्र दस से पन्द्रह हजार में खरीदते थे।
गिरफ्तार (Arrested) चिकित्सकों में शिवा हॉस्पिटल के डॉ श्याम नारायण मौर्या, ओम हॉस्पिटल के डॉ आशीष कुमार सिंह, श्रेष्ठा हॉस्पिटल के डॉ शिव कुमार यादव, मेडिक्स लाइफ केयर हॉस्पिटल के डॉ अरुण कुमार यादव है। ये चारों अस्पताल पंजीकृत भी नहीं है।
डीसीपी ने बिना पंजीकरण के चल रहे इन चारों अस्पतालों के बारे में जिले के मुख्य चिकित्साधिकारी को पत्र भी लिखा है। वार्ता में डीसीपी काशी जोन ने इस गिरोह के सदस्यों को पकड़ने वाली पुलिस टीम को दस हजार नगद पुरस्कार देने की घोषणा भी की।