मोक्ष की कामना के साथ पतित पवनी गंगा, श्यामल यमुना और अन्त: सलिला स्वरूप में प्रवाहित सरस्वती के त्रिवेणी में माघ मेला के दूसरे “पौष पूर्णिमा ” स्नान पर कोरोना और घना कोहरे के बीच 12 बजे तक करीब पांच लाख श्रद्धालुओं ने संगम में लगाई आस्था की डुबकी।
संगम में हालांकि भोर चार बजे से ही “पौष पूर्णिमा ” स्नान शुरू हो गया था। लेकिन घना कोहरे के कारण स्नान घाट लगभग खाली पड़े थे। तड़के चार बजे गिनती के ही श्रद्धालु गंगा तट पर नजर आ रहे थे। आठ बजे तक मुश्किल सेडेढ़ से दो लाख लोगों ने डुबकी लगाई। धीरे धीरे भगवान भास्कर के उदयीमान होने से श्रद्धलुओं की भीड़ बढ़ने लगी और 12 बजे तक चार से पांच लाख श्रद्धालुओं ने स्नान किया।
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पुलिस महानिरीक्षक के पी सिंह ने बताया कि दोपहर 12 बजे तक पांच लाख लोगों ने संगम में डुबकी लगाई। उन्होने बताया कि मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए चप्पे -चप्पे पर पुलिस, आरएएफ, कमांडो और पीएसी के जवान तैनात है।
उन्होने बताया कि मेला क्षेत्र में अवंछनीय तत्वों पर पुलिस की निगरानी बनी हुई है। फिलहाल मेला क्षेत्र में श्रद्धालु कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए दिखलाई पड़ रहे है। पुलिस लगातार मेला क्षेत्र में चक्रमण कर रही है।