मथुरा। कुट्टू आटे के बनी सामग्री और फलाहार खाने के बाद करीब 24 अधिक लोगों की तबियत बिगड़ गयी। रविवार शहर के बिरला मंदिर क्षेत्र और राल गांव में हुयी फूड प्वाइजनिंग (Food poisoning) की घटनाओं की खबर लगते ही स्वास्थ्य विभाग की टीम हरकत में आ गयी और दोनों ही स्थानों पर लोगों के इलाज के लिये टीमें लगायी हैं। फूड प्वाइजनिंग के शिकार लोगों को मथुरा के जिला अस्पताल, वृन्दावन के सौ शैय्या अस्पताल के इलावा प्राईवेट अस्पतालों में इलाज के लिये भर्ती कराया गया है।
गौरतलब हो कि शहर के गोविंद नगर क्षेत्र स्थित लक्ष्मीनगर बिरला मंदिर में रहने वाले करीब एक दर्जन लोगों महाशिवरात्रि व्रत के दौरान कुट्टू के आटे से बनाये पकौड़े खाने से हालत बिगड़ गयी। रविवार अस्पताल में मौजूद परिजनों ने बताया कि शिवरात्रि पर उन्होंने घर के पास की ही एक दुकान से व्रत का सामान लिया था। रात को व्रत का खाना खाया, जिसके बाद देर रात लोगों की तबियत खराब होने लगी। रविवार सुबह स्थानीय डॉक्टर को दिखाया लेकिन आराम नहीं मिला और हालत ज्यादा बिगड़ने लगी तो इसकी सूचना स्वास्थ्य विभाग को दी। एक साथ दर्जनभर लोगों की तबियत खराब होने से क्षेत्र में हड़कंप मच गया।
स्वास्थ्य विभाग को इसकी सूचना दी गयी तो मौके पर विभाग की टीमें पहुंच गयीं। हालत बिगड़ने के बाद आकाश (20) पुत्र शंकर लाल, डौली (13) पुत्री शंकरलाल, तारा सैनी (20) पुत्री रामकिशन, कोमल (16) पुत्री शंकरलाल, और नैना (13) पुत्री नेत्रपाल, पूजा सैनी (28), प्रियंका (16), सरन (20) को इलाज के लिये वृन्दावन के सौ शैय्या अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बिरला मंदिर जयसिंहपुरा के ही रहने वाले ममता (28) पत्नी किशन, हरप्रसाद ( 27 ) पुत्र रामजीलाल, विरमा देवी (75) पत्नी रामजीलाल, लक्ष्मी (26), आरती ( 27 ), सरोज, ज्योति, गोविंद को इलाज के लिये जिला अस्पताल में भर्ती कराया है। कई लोगों को उनके परिजन इलाज के लिये प्राईवेट अस्पतालों में भी ले गये हैं ।
बिरला मंदिर क्षेत्र में रहने वाले सूरज सैनी के परिवार में से ही सात लोग फूड प्वाइजनिंग का शिकार हुये हैं। वहीं रविवार व्रत के खान-पान के दौरान फूड प्वाइजनिंग का एक और मामला जैंत थाना क्षेत्र के राल गांव से सामने आया है। यहां व्रत के दौरान फलाहार खाने से एक दर्जन लोगों की हालत बिगड़ गयी जिससे पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया। स्वास्थ्य विभाग की टीम यहां भी मौके पर पहुंच गयी और फूड प्वाइजनिंग के शिकार लोगों को इलाज के लिये जिला अस्पताल में भर्ती कराया। जिला अस्पताल में भर्ती लोगों में राल के रहने वाले प्रेम (65) पुत्र दालसिंह, कमल (18) पुत्र जुगल किशोर, लल्लो (45) पत्नी राम किशन, नारायन ( 35 ) पुत्र लाल सिंह, आशू (18) पुत्र भगवानदास, भगवान दास ( 51 ) पुत्र दुलीराम, बृजेश कुमार (22) पुत्र अशोक, सागर ( 18 ) पुत्र राजपाल, देवी सिंह ( 45 ) पुत्र उदल सिंह, वासुदेव (65) पुत्र पूरन, दीपक ( 17 ) पुत्र प्रीतम, रामवती (40) पत्नी देवीसिंह, मनमोहन (18) पुत्र देवी सिंह शामिल हैं। लक्ष्मीनगर बिरला मंदिर और राल में फूड प्वाइजनिंग (Food poisoning) के शिकार लोगों को जिला अस्पताल और वृन्दावन के सौ शैय्या अस्पताल के अलावा कई अन्य प्राईवेट अस्पतालों में भी इलाज के लिये भर्ती कराया गया है। जिले में दो स्थानों पर फूड प्वाइजनिंग की खबर लगते ही स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया।
सीएमओ कार्यालय में तैनात नोडल अधिकारी डॉ. भूदेव ने जिला अस्पताल पहुंचकर भर्ती लोगों का हालचाल जाना। उन्होंने बताया कि फूड प्वाइजनिंग की शिकायत के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीमें मौके पर पहुंची हैं। एंबुलेंस भेजकर लोगों ने इलाज के लिये भर्ती कराया गया है। फूड प्वाइजनिंग के शिकार लोगों को स्वास्थ्य विभाग द्वारा दवायें उपलब्ध कराई गयी हैं। चिकित्सकों की टीमें सभी पर नजर रख रही हैं।
दुकानों से लिये नमूने
राल और बिरला मंदिर क्षेत्र में फूड प्वाइजनिंग से दो दर्जन से अधिक लोगों के शिकार होने के बाद खाद्य सुरक्षा एवं औषधि विभाग ने लक्ष्मीनगर क्षेत्र और लालागंज में सैम्पलिंग कार्यवाही की है। विभाग के दलवीर सिंह और अरूण सिंह के नेतृत्व में टीम ने लक्ष्मीनगर में धाकड़ जनरल स्टोर और लालागंज से भी खाद्य सामग्री के सैम्पल लेकर जांच के लिये भेजे हैं।