कुपवाड़ा जिले के अंतर्गत हंदवाड़ा में एक मंदिर की सुरक्षा में तैनात संतरी पुलिसकर्मी ने अपने ही साथी पुलिसकर्मी को आतंकी समझ कर गोली चला दी। खून से लथपथ पुलिसकर्मी विजय धर को उसी समय जिला अस्पताल हंदवाड़ा ले जाया गया, जहां उसकी उपचार के दौरान मौत हो गई। पुलिस प्रशासन ने इस पूरे मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
एक पुलिस अधिकारी ने इस बारे में पुष्टि करते हुए कहा कि मंगलवार देर रात हंदवाड़ा के लंगेट में स्थित मंदिर की सुरक्षा के लिए पुलिस का एक दस्ता तैनात था। इसी दस्ते में फालोअर के तौर पर अजय धर भी तैनात था। शाम होते ही मंदिर के दरवाजे बंद कर दिए जाते हैं क्योंकि यह इलाका आतंकियों के प्रभाव वाला है।
मंगलवार की रात को पुलिसकर्मी अजय धर ने मंदिर में जबरन दाखिल होने का प्रयास किया। ड्यूटी पर तैनात संतरी पुलिसकर्मी ने उसे बार-बार चेतावनी दी और अपनी पहचान बताने के लिए कहा। विजय धर ने इन चेतावनियों का कोई जवाब नहीं दिया और मंदिर तरफ बढ़ने लगा, इस पर संतरी ने उसे आतंकी समझकर गोली मार दी। गोली लगते ही पुलिसकर्मी विजय धर जमीन पर गिर पड़ा। खून से लथपथ विजय धर को उसी समय जिला अस्पताल हंदवाड़ा ले जाया गया।
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हंदवाड़ा मेें डाक्टरों ने उसे प्राथमिक उपचार के बाद शेर-ए-कश्मीर आयुर्विज्ञान अस्पताल श्रीनगर रेफर कर दिया, जहां उसकी उपचार के दौरान मौत हो गई।
अधिकारी के अनुसार विजय धर ने कान में मोबाइल फोन का हैडफोन लगाया हुआ था। इसी कारण वह संतरी की चेतावनी को नहीं सुन सका। पुलिस संतरी से पूछताछ कर रही है और उसकी राइफल भी जब्त कर ली गई है।
डीआईजी पुलिस उत्तरी कश्मीर रेेंज ने इस मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि मंगलवार की आधी रात को एक पुलिसकर्मी अजय धर ने जबरन मंदिर में दाखिल होने का प्रयास किया। इस पर डयूटी पर तैनात संतरी पुलिसकर्मी ने उसे आतंकी समझ गोली चला दी। उन्होंने कहा कि इस घटना मेें अजय धर की मौत हो गई। उन्होंने कहा कि इस मामले की गहन जांच की जा रही है।