कोरोना संकट के बीच उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने एक अजीबोगरीब बयान दिया है। त्रिवेंद्र सिंह रावत ने गुरुवार को कहा कि कोरोनावायरस एक जीवित जीव है, जिसे जीने का अधिकार है। सोशल मीडिया पर त्रिवेंद्र सिंह रावत का यह बयान खूब वायरल हो रहा है और लोग तरह-तरह की प्रतिक्रिया दे रहे हैं।
दरअसल, पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा था, ‘दार्शनिक दृष्टिकोण से देखा जाए तो कोरोनावायरस भी एक जीवित जीव है, बाकी लोगों की तरह इसे भी जीने का अधिकार है, लेकिन हम (मनुष्य) खुद को सबसे बुद्धिमान समझते हैं और इसे खत्म करने के लिए तैयार हैं, इसलिए यह खुद को लगातार बदल रहा है।
हालांकि, पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि मनुष्य को सुरक्षित रहने के लिए वायरस से आगे निकलने की जरूरत है। इस बयान को लेकर पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत को सोशल मीडिया पर ट्रोल जा रहा है। इस समय देश कोरोना की दूसरी लहर से जूझ रहा है और पहाड़ से लेकर मैदान तक हर जगह मातम पसरा हुआ है।
बरातियों से भरी स्कॉर्पियो पलटने से तीन की मौत, दूल्हे की हालत गंभीर
कांग्रेस नेता गौरव पंधी ने कहा कि ऐसे लोगों के बयानों से यह आश्चर्य की बात नहीं होनी चाहिए कि हमारा देश आज दुनिया में सबसे ज्यादा मानवीय त्रासदी झेल रहा है। एक ट्विटर यूजर ने पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के बयान पर तंज कसते हुए कहा, ‘इस वायरस जीव को सेंट्रल विस्टा में आश्रय दिया जाना चाहिए।’
वहीं, राष्ट्रीय यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीवी श्रीनिवास ने कहा, ‘कोरोना एक प्राणी है- पूर्व CM एवं BJP नेता त्रिवेंद्र सिंह रावत, फिर तो इसका आधार कार्ड/राशन कार्ड भी होगा ?’