दिल्ली से सटे यूपी के गाजियाबाद में मामूली बात पर हत्या का सनसनीखेज मामला सामने आया है। ऑटो चालक चतर सिंह ने जमानत पर आने के बाद अपने बेटों के साथ मिलकर एमसीडी दिल्ली के पूर्व इंजीनियर गजेंद्र वर्मा की उनके गांव सिकरोड में ही गोली मारकर हत्या कर दी।
बता दें कि एक दिन पहले इंजीनियर के साथ हुए विवाद में हत्यारोपी का पुलिस ने शांतिभंग में चालान कर दिया था। हालांकि दोनों परिवारों के बीच अक्तूबर 2020 में कुत्ता भोंकने को लेकर विवाद शुरू हुआ था।
ऑटो चालक चतर सिंह पर आरोप है कि वह अपने दो बेटों के साथ मिलकर इंजीनियर को रास्ते से खींचकर अपने घर ले गया और फिर जमकर लाठी-डंडों पीटा। यही नहीं, इसके बाद उसने गोली मारकर इंजीनियर की हत्या कर दी। जबकि इस मामले को लेकर मृतक के बेटे मनु ने बताया कि पिछले साल कुत्ता भोंकने को लेकर ऑटो चालक से विवाद हुआ था और वह तभी से रंजिश रखता था। हालांकि पुलिस ने हत्यारोपी चतर सिंह के साथ उसके दोनों बेटों (गौरव और लवी) को गिरफ्तार कर लिया है।
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बता दें कि दिल्ली के एमसीडी विभाग में इंजीनियर रहे 50 वर्षीय गजेंद्र वर्मा अपने परिवार के साथ सिकरोड गांव में (पत्नी गीता, तीन बेटों व एक बेटी) रहते थे। इन दिनों वह गांव में ही रहकर खेती कर रहे थे। वर्मा के बेटे के मुताबिक, अक्तूबर 2020 में मेरे पिता निकले तो उनका कुत्ता पड़ोसी चतर सिंह पर भौंक पड़ा। बस इस बात पर कहासुनी हुई और फिर झगड़ा हो गया। जबकि कुछ दिन पहले यानी 20 मार्च को एक बार फिर विवाद हुआ।
जबकि गजेंद्र वर्मा की शिकायत पर पुलिस ने चतर सिंह और उसके बेटे लवी का शांति भंग में चालान कर दिया। वहीं, रविवार को ये दोनों लोग जमानत पर छूट आए और उसी दिन शाम को आरोपियों ने रास्ते से गजेंद्र को अपने घर में घसीट लिया और लाठी-डंडों से जमकर पीटा। यही नहीं, इसके बाद आरोपियों उनकी गोली मारकर हत्या कर दी और फिर फरार हो गए।
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इस हत्याकांड की सूचना स्थानीय लोगों ने पुलिस को दी और उसने मौके पर पहुंच कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। हालांकि इस दौरान मृतक के परिजनों ने जमकर हंगामा किया। इस घटना के बाद गांव में तनाव और इसी वजह से पुलिस बल तैनात किया गया है।