प्रधानमंत्री के करीबी पूर्व आईएएस अधिकारी एके शर्मा को भाजपा ने बड़ी जिम्मेदारी दी है। एके शर्मा को यूपी में प्रदेश उपाध्यक्ष बनाया गया है। आईएएस से इस्तीफा देकर राजनीति में आने के बाद फरवरी में उन्हें एमएलसी बनाया गया था। पिछले कुछ समय से उनके योगी मंत्रिमंडल में शामिल होने और उप मुख्यमंत्री बनने की चर्चा थी। एके शर्मा के साथ ही दो मंत्री भी बनाए गए हैं।
ये पहली बार नहीं है जब बीजेपी ने अपने ऐसे फैसलों से हैरान किया हो। लेकिन अगर एके शर्मा को ये जिम्मेदारी दी गई है, मतलब साफ है कि बीजेपी कुछ सियासी समीकरण साधने के प्रयास में है। वैसे प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्तर देव की तरफ से विभिन्न मोर्चों के प्रदेश अध्यक्षों की घोषणा की गई है।
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पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने प्रांशुदत्त द्विवेदी (फर्रूखाबाद) को युवा मोर्चा, श्रीमती गीताशाक्य राज्यसभा सांसद (औरैया) को महिला मोर्चा, कामेश्वर सिंह (गोरखपुर) को किसान मोर्चा, नरेन्द्र कश्यप पूर्व सांसद (गाजियाबाद) को पिछड़ा वर्ग मोर्चा का अध्यक्ष घोषित किया है। इसके अलावा कौशल किशोर सांसद को अनुसूचित जाति मोर्चा, संजय गोण्ड (गोरखपुर) को अनुसूचित जनजाति मोर्चा व कुंवर बासित अली (मेरठ) को अल्पसंख्यक मोर्चा का प्रदेश अध्यक्ष घोषित किया है।