बिहार के पूर्व मंत्री एवं जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के तारापुर से विधायक मेवालाल चौधरी का कोरोना संक्रमण से आज तड़के निधन हो गया। वह 68 वर्ष के थे।
पारिवारिक सूत्रों ने आज यहां बताया कि श्री चौधरी तीन दिन पहले कोरोना पॉजिटिव हुए थे। सांस लेने में दिक्कत होने के बाद उन्हें पटना के पारस अस्पताल में भर्ती कराया गया था। लेकिन, उनकी तबियत में सुधार नहीं हो रहा था। इलाज के दौरान सोमवार तड़के उनका निधन हो गया।
उल्लेखनीय है कि बिहार के मुंगेर जिले में 04 जनवरी 1953 को जन्में श्री मेवालाल चौधरी ने कृषि विज्ञान में स्नातकोत्तर की डिग्री तथा पीएचडी की प्रतिष्ठा हासिल की। वह राजेन्द्र कृषि विश्वविद्यालय, पूसा, समस्तीपुर और बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर, भागलपुर के कुलपति रहे। वह बिहार में कृषि विकास के लिए बनाए गए रोडमैप की प्रारूप समिति के सदस्य भी थे।
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श्री चौधरी केंद्र सरकार में उद्यान कृषि आयुक्त के पद पर सेवारत रहे। उन्होंने बागवानी मिशन एवं लघु सिंचाई परियोजना के साथ ही राष्ट्रीय बांस मिशन का प्रारूप तैयार करने में भी सहयोग किया। इसके बाद वर्ष 2010 में उन्होंने सक्रिय राजनीति में पदार्पण किया।
श्री चौधरी ने वर्ष 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में जदयू के टिकट से मैदान में उतरे और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के उम्मीदवार शकुनी चौधरी को पराजित कर जीत हासिल की। बिहार कृषि विश्वविद्यालय में जूनियर साइंटिस्ट और प्रोफेसर की नियुक्ति में अनियमितता का आरोप लगने के बाद वर्ष 2017 में जदयू से उन्हें निष्कासित कर दिया गया था। बाद में उनकी पुनः जदयू में वापसी हुई।
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बिहार में वर्ष 2020 के विधानसभा चुनाव में जदयू ने मुंगेर जिले के तारापुर से उन्हें अपना उम्मीदवार बनाया और वह विजयी भी हुए। उन्हें शिक्षा मंत्री बनाया गया लेकिन पूर्व में उन पर लगे आरोपों को लेकर विपक्ष के विरोध के बाद उन्हें मंत्री पड़ छोड़ना पड़ा।