प्रयागराज। देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में तीसरे चरण (UP Election) के लिए तैयारी जोरों पर चल रही है। अब तमाम तरह के दावे और आरोप-प्रत्यारोप के बीच, कई नेता विवादित बयान देने से पीछे नहीं हट रहे हैं। अब पूर्व विधायक रामसेवक पटेल (Ramsewak Patel) के एक बयान ने बवाल खड़ा कर दिया है।
प्रयागराज में 27 फरवरी को होने वाले मतदान (Voting) से पहले रामसेवक पटेल (Ramsevak Patel) ने कार्यकर्ताओं को किसी भी हद से गुजरने की सलाह दे दी है। मांडा इलाके में बीजेपी प्रत्याशी नीलम करवरिया के समर्थन में जनसभा के दौरान पूर्व विधायक रामसेवक पटेल के बिगड़े बोल ने सबको आश्चर्यचकित कर दिया।
पूर्व विधायक ने मंच से किया अभ्रद भाषा का प्रयोग, वीडियो वायरल
रामसेवक पटेल ने मंच से कहा कि चाहे दंगा फसाद कराना पड़े लेकिन प्रत्याशी को जिताओ। इसके अलावा उन्होंने यहां तक कह दिया कि बूथ जीतने के लिए मारपीट करनी पड़े, तो वो भी करें। वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने पूर्व विधायक समेत करीब 150 अज्ञात लोगों के खिलाफ आचार संहिता का उल्लंघन और अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है।
भाजपा ने सपा को फिर दिया झटका, पूर्व विधायक रश्मि आर्या पार्टी में शामिल
दरअसल सपा छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए पूर्व विधायक रामसेवक पटेल एक जनसभा के दौरान भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी नीलम करवरिया के जन समर्थन में एक सभा कर रहे थे। उसी दौरान उन्होंने मंच से तमाम लोगों को भड़काने का काम किया। उनकी तरफ से जाति विशेष पर भी अभद्र टिप्पणी की गई। यह वायरल वीडियो मांडा के ही नरवर चौकठा गांव में हुई जनसभा का बताया जा रहा है।
वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस भी सक्रिय हुई और पूर्व विधायक और करीब 150 अज्ञात लोगों के खिलाफ आचार संहिता उल्लंघन समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज कर लिया है। अभी तक इस पूरे विवाद पर रामसेवक की तरफ से कोई सफई पेश नहीं की गई है। जिन बीजेपी प्रत्याशी के लिए ये सभा बुलाई गई थी, उन्होंने भी कोई जवाब नहीं दिया है।