पूर्व मंत्री रूद्र प्रताप सिंह का वाराणसी के बीएचयू में शनिवार को इलाज के दौरान निधन हो गया। सपा जिलाध्यक्ष देवी प्रसाद चौधरी ने कहा कि उनके निधन से पार्टी को अपूर्णनीय क्षति हुई है, जिसकी भरपाई करना मुश्किल है। वे पार्टी के प्रति निष्ठावान, संघर्षशील व जुझारू नेता थे।
रूद्र प्रताप सिंह (रूद्र बाबू) चुनार तहसील के रामपुर गांव निवासी थे। उन्होंने कांग्रेस के दिग्गज नेता व पूर्व मंत्री पं. लोकपति त्रिपाठी व बसपा के पूर्व अध्यक्ष भागवत पाल को हराया था। उसके बाद मुलायम सिंह यादव की सरकार में खाद्य व रसद मंत्री बने थे।
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वे दो बार जिला सहकारी बैंक के चेयरयमैन व 1974 व 1985 में दो बार मझवां विधानसभा से विधायक बने। परिवार में इनकी पत्नी विद्या देवी व छोटा पुत्र राजेश हैं। इनके बड़े पुत्र मनोज कुमार (मुन्ना सिंह) का पहले ही निधन हो चुका है।
निधन पर शोक व्यक्त करने वालों में पूर्व मंत्री कैलाश चौरसिया, मुन्नी यादव, शिवशंकर सिंह यादव, आशीष यादव, अशोक यादव, रोहित शुक्ला, जवाहर लाल मौर्या, सुरेन्द्र सिंह पटेल आदि रहे।