उत्तराखंड भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व केन्द्रीय राज्य मंत्री बची सिंह रावत का रविवार को ऋषिकेश एम्स में उपचार के दौरान निधन हो गया। उनके निधन पर मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत सहित, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशक, मंत्री व भाजपा नेताओं ने दुख व्यक्त किया है। बचीसिंह रावत चार बार के सांसद और दो बार विधायक भी रहे है।
बची सिंह रावत की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आई थी लेकिन उन्हें फेफड़ों में इंफेक्शन की शिकायत के बाद एसटीएच हल्द्वानी में भर्ती कराया गया था। कल तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर उन्हें एयर एंबुलेंस से एम्स ऋषिकेश भेजा गया था। विभिन्न परीक्षण पूर्ण होने के बाद उन्हें उचित उपचार के लिए शीघ्र ही आईपीडी में शिफ्ट कर दिया गया था। लेकिन चिकित्सक काफी कोशिशों के बाद भी उन्हें नहीं बचा सकें। वहीं बची सिंह के निधन की सूचना पर प्रदेश भाजपा में शोक की लहर है।
पीएम मोदी के संसदीय कार्यालय से चलेगा ‘कंट्रोल रूम फाॅर कोविड’
एम्स के स्टाफ ऑफिसर डॉ. मधुर उनियाल ने बताया कि रविवार रात उनकी हालत अचानक और बिगड़ गई। रात करीब पौने नौ बजे उनका निधन हो गया। उनकी कोविड रिपोर्ट निगेटिव थी।
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने बची सिंह रावत के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि प्रभु दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों मेें स्थान दें, और शोकाकुल परिजनों को दुख सहने की शक्ति और धैर्य प्रदान करे। वहीं कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने भी बची सिंह रावत के निधन पर शोक जताते हुए संवेदना व्यक्त की।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने पूर्व केंद्रीय मंत्री बची सिंह रावत के निधन पर शोक जताते हुए उनके निधन को अपूर्णीय क्षति बताया। कौशिक ने बची सिंह को जनता के प्रति समर्पित जननेता बताया। स्व. रावत उत्तराखंड में भाजपा अध्यक्ष भी रहे और केंद्रीय मंत्री रहते हुए उन्होंने राज्य के विकास में अहम योगदान दिया।
कोरोना के हालात पर पीएम मोदी को इस्तीफा दे देना चाहिए : ममता
कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने बची सिंह के निधन पर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उन्हें एक सरल मृदुभाषी व जनता के बीच लोकप्रिय नेता बताया। बचीसिंह रावत एक जमीनी कार्यकर्ता थे। जो चमक दमक व राजनीतिक दाव पेंच से दूर रहते थे । उनके निधन से राज्य ने एक मेहनती व सरल नेता खो दिया है।