लखनऊ। एनेस्थीसिया विशेषज्ञ सिर्फ मरीजों को आॅपरेशन से पहले बेहोशी देते थे लेकिन अब उनका दायरा यहीं तक सीमित नहीं रह गया है। आईसीयू, क्रिटिकल केयर व पेन क्लीनिक समेत दूसरे विभागों में भी एनेस्थीसिया के डॉक्टर अहम भूमिका निभा रहे हैं। यह बात संस्थान के निदेशक प्रो. एके सिंह ने क्रिटिकल केयर विभाग के दस वर्ष पूरे होने पर आयोजित स्थापना दिवस समारोह को सम्बोधित कर रहे थे।
राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के एनेस्थिसियोलॉज विभाग व क्रिटिकल केयर के दस वर्ष पूरे होने पर रविवार को संस्थान के कॉफ्रेंस हाल में स्थापना दिवस मनाया गया। इस मौके पर डा. सिंह ने कहा कि कोरोना काल में राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के एनेस्थिसियोलॉज व क्रिटिकल केयर विभाग ने मरीजों की बहुत मदद की। कोरोना संक्रमण के खतरे के बावूजद डाक्टरों व पैरा मेडिकल स्टाफ ने पूरी लगन से मरीजों का इलाज किया।
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इसके लिए वह बधाई के पात्र हैं। उन्होंने कहा कि विभागाध्यक्ष डा दीपक मालवीय के नेतृत्व में विभाग काफी तरक्की कर रहा है। पिछले कुछ वर्षों ने विभाग में कई नयी यूनिट भी शुरू की गयी है जिससे मरीजों को और बेहतर चिकित्सा सुविधाएं मिल रही हैं। इस मौके पर डॉ दीपक मालवीय ने विभाग का रिपोर्ट कार्ड पढ़ते हुए उपलब्धियां गिनायीं।
उन्होंने बताया कि कोरोना महामारी के दौर में किस प्रकार मरीजों का इलाज किया गया। विभाग में 12 एमडी एनेस्थीसियोलॉजी की सीटें स्वीकृत एवं दो विधाओं में पीडीसीसी कोर्स की अनुमति मिल चुकी है। यहां से डिग्री प्राप्त छात्र देश ही नहीं विश्व स्तर पर अपनी सेवा प्रदान कर रहे है।