अलवर। रामगढ़ थाना क्षेत्र के अलावड़ा के समीप चौमा गांव में शनिवार रात एक खड़े ट्रक में आग लगने से चार बच्चे झुलस गए, जिनमें से तीन बच्चों की इलाज के दौरान मौत हो गई। पुलिस ने शव परिजनों को सौंप दिए है। हादसे के बाद पूरे गांव में शोक छाया है। एक ही परिवार के 3 बच्चों की मौत के सदमे में उनके माता-पिता सहित परिवार के अन्य लोग बेहोशी की हालत में हैं। जान गंवाने वालों में दो सगे भाई हैं।
रामगढ़ थाना अधिकारी रामनिवास मीठा के अनुसार बारोली गांव का अनवर शनिवार को दिल्ली से ट्रक खाली कर अपने घर जाते समय रास्ते में चौमा गांव अपने ससुराल आ गया। यहां रोड पर ट्रक खड़ा कर वह अपने ससुराल चला गया। पीछे से ससुराल पक्ष के चार बच्चे ट्रक में खेलने के लिए चढ़ गए।
इसी दौरान किन्हीं कारणों से खड़े ट्रक में आग लग गई। कुछ समय बाद पड़ोस में रहने वाले युवक ने ट्रक में आग लगती देख शोर मचाया और लोग आग बुझाने में जुट गए। इसी बीच पता चला कि ट्रक में बच्चे भी हैं, जिसके बाद लोगों ने कड़ी मशक्कत के बाद जलते ट्रक में से चार बच्चों को बाहर निकाला और तुरंत अलवर अस्पताल ले गए। जब तक बच्चों को ट्रक से निकाला गया, तब तक ट्रक का केबिन और अगला टायर पूरी तरह जल गया था। सूचना मिलने पर रामगढ़ थाना अधिकारी रामनिवास मीठा और डीएसपी ओमप्रकाश मीणा ने मौके पर पहुंच घटना स्थल का मौका मुआयना किया।
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परिजन चारों बच्चों को इलाज के लिए अलवर ले गए, वहां डाक्टरों ने बच्चों की गंभीर हालत को देखते हुए तीन बच्चों को जयपुर रेफर कर दिया। इसके बाद जयपुर ले जाते समय रास्ते में तीनों बच्चों ने दम तोड़ दिया। बच्चों के नाम अमान, शाहरुख, अर्जी और फैजान बताए जा रहे हैं। परिजन तीनों बच्चों के शवों के साथ गांव वापस लौट आए।
रविवार सुबह तीनों बच्चों के शवों को कोविड-19 की पालना करते हुए परिजनों ने दफना दिया। सवेरे एसडीएम कैलाश चंद्र शर्मा, विकास अधिकारी प्रेम राज मीणा और थाना अधिकारी रामनिवास मीणा मृतक बच्चों के घर पहुंचे और परिजनों को सांत्वना दी और सरकार से आर्थिक सहायता दिलाने का आश्वासन दिया। इसके लिए हल्का पटवारी से रिपोर्ट तैयार करने को कहा गया।