उत्तर प्रदेश में चित्रकूट के राजापुर थाना अंतर्गत तिरहार क्षेत्र के खोपा गांव में जहरीली शराब पीने से एक ही बिरादरी के चार लोगों की मौत हो गई। जबकि निवर्तमान प्रधान समेत तीन की हालत गंभीर होने पर प्रयागराज रेफर किया गया। पूरे मामले में एसपी अंकित मित्तल ने थाने के बीट प्रभारी दरोगा समेत दो सिपाहियों को निलंबित कर दिया है।
जिस परचून की दुकान से देशी शराब खरीदी गई थी, उसमें ताला लगाकर शराब की पेटियों को पुलिस ने कब्जे में लिया है। खोपा गांव में शनिवार की शाम को कुछ लोग एक किसान के खेत में बैठकर भुने चने के साथ शराब की पार्टी कर रहे थे। यह देशी ब्रांड की शराब गांव के त्रिलोक सिंह की परचून की दुकान से खरीदी गई थी।
देर रात शराब पीने के बाद सत्यम सिंह (25) पुत्र जितेंद्र सिंह, दुर्विजय सिंह (35) पुत्र कंचन सिंह, मुन्ना सिंह (40) पुत्र देवनाथ सिंह, छोटू सिंह (35) पुत्र रामनरेश सिंह, बबली सिंह(35) पुत्र अंबोल सिंह व निवर्तमान प्रधान मनोहर की हालत बिगड़ने लगी। परिजनों ने सभी को राजापुर अस्पताल में भर्ती कराया।
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जहां मुन्ना सिंह की मौत हो गई। गौरतलब है कि शनिवार को ही गांव के ही सीताराम सिंह (60) पुत्र शिवपाल सिंह की भी मौत हुई थी। इन दोनों मौत शराब पीने से मानी जा रही है। घटना की जानकारी होते ही चित्रकूटधाम मंडल के कमिश्नर दिनेश सिंह व आईजी के. सत्यनारायण चित्रकूट के डीएम शुभ्रांत कुमार शुक्ल व एसपी अंकित मित्तल के साथ खोपा गांव पहुंचे।
सभी ने शराब पीने से मौत होने का कारण बताया। इसके बाद अधिकारियों ने अस्पताल जाकर गंभीर बीमार वालों को प्रयागराज अस्पताल भेजा लेकिन कौशांबी जिले के मंझनपुर पहुंचते ही सत्यम व दुर्विजय की भी मौत हो गई। जबकि अन्य तीन को प्रयागराज में भर्ती कराया गया है।