हमीरपुर। जनपद में सिटी फारेस्ट के पास यमुना और बेतवा नदियों में फोरलेन (Fourlane bypass ) पुलों के एप्रोच मार्ग बनाने की यहां लोक निर्माण विभाग (PWD) ने तैयारी शुरू कर दी है। इसके लिए सैकड़ों किसानों की भूमि अधिग्रहीत कर पांच करोड़ रुपये से अधिक का पेमेंट किया जा चुका है। यमुना नदी के पार बाईपास फोरलेन सड़क पर पड़ने वाले 156 किसानों की जमीन भी अधिग्रहीत कर रजिस्ट्री कराई गई है। अगले साल दोनों नदियों में डबल पुलों के साथ बाईपास फोरलेन की सड़कों के निर्माण कार्य पूर्ण कराए जाने के लिए पीडब्ल्यूडी के अभियंताओं ने प्लानिंग की है। अभी तक 50 करोड़ की धनराशि भी खर्च हो चुकी है।
हमीरपुर जिला मुख्यालय में वन विभाग की तरफ से यमुना, बेतवा नदियों के अलावा रुहाइन नाले पर फोरलेन के पुलों के निर्माण कार्य सेतु निगम करा रहा है। वहीं बाईपास फोरलेन के एप्रोच मार्ग बनाए जाने के लिए पीडब्ल्यूडी प्रांतीय खंड हमीरपुर ने बड़ी तैयारी की है। तीन सौ दो करोड़ की परियोजना को लेकर सेतु निगम जहां 70 फीसदी से अधिक कार्य करा चुका है वहीं अब दोनों नदियों में डबल पुल बनाए जाने के लिए सेतु निगम के अभियंता डेरा डाले हैं। बताते हैं कि कोरोना की दूसरी लहर में फोरलेन बाईपास के पुलों को लेकर काफी दिन तक काम भी प्रभावित रहा, लेकिन अब पुलों की कोठियों के निर्माण को रफ्तार दी गई है।
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पीडब्ल्यूडी प्रांतीय खंड हमीरपुर के अधिशासी अभियंता एमएल वर्मा ने बताया कि दोनों नदियों में डबल पुल सेतु निगम बना रहा है, जबकि बाईपास फोरलेन की सड़क और एप्रोच मार्ग पीडब्ल्यूडी के हिस्से में है। एप्रोच मार्ग बनाने में अभी तक 50 करोड़ रुपये की धनराशि खर्च हो चुकी है। यह धनराशि मिट्टी के कार्य कराने के साथ ही किसानों को मुआवजा और ठेकेदारों के भुगतान में खर्च हुई है। हमीरपुर शहर में आबादी वाले बाहर से होकर बाईपास का निर्माण होगा। इसे बाईपास एनएच-34 के किमी 68 में रामपुर तिराहा के पास से प्रारम्भ होकर यमुना नदी पार कर सिटी फारेस्ट होते हुए कुछेछा ग्राम के निकट एनएच-34 के 67 किमी पर जोड़ा जाएगा। इसकी लम्बाई 8.90 किमी होगी।
पीडब्ल्यूडी प्रांतीय खंड के अधिशासी अभियंता ने बताया कि फोरलेन पुलों के एप्रोच मार्ग के निर्माण में मंझूपुर, बदनपुर, हेलापुर एवं कलौलीर दरिया आदि चार गांवों के किसानों की जमीन अधिग्रहीत की गई है। हमीरपुर में 295 किसानों की जमीन अधिग्रहीत कर उन्हें सर्किल रेट का दोगुना मुआवजा दिया गया है। यमुना नदी पार रामपुर में बाईपास फोरलेन की सड़क के लिए 156 किसानों की जमीन अधिग्रहीत कर रजिस्ट्री कराई जा चुकी है। तीन करोड़ रुपये का मुआवजा हाल में ही किसानों को दिया गया है। रामपुर में 259 किसानों की जमीन अधिग्रहीत होनी है, लेकिन अभी तक 156 किसानों की जमीन अधिग्रहीत की गई है। मिट्टी के कार्य, ठेकेदार के भुगतान और मुआवजा बांटने में 50 करोड़ रुपये की धनराशि खर्च हुई है।
एप्रोच मार्ग और फोरलेन बनाने में खर्च होंगे 150 करोड़
अधिशासी अभियंता एमएल वर्मा ने बताया कि बाईपास फोरलेन के एप्रोच मार्ग एवं सड़क बनाने के लिए 95 करोड़ रुपये की परियोजना को मंजूरी मिली थी, लेकिन अब मैटेरियल की कीमतें बढ़ने से परियोजना को नये सिरे से संशोधित किया जाएगा। जल्द ही इस परियोजना को लेकर 150 करोड़ का इस्टीमेट तैयार कर इसकी मंजूरी के लिए शासन को भेजा जाएगा। किसानों की जमीन का मुआवजा देने के लिए पांच करोड़ रुपये की डिमांड की जा चुकी है। धनराशि मिलते ही शेष किसानों को भी मुआवजा दिया जाएगा। इस परियोजना के तहत बाईपास फोरलेन की 8.90 किमी की लम्बाई में मार्ग का निर्माण कराए जाने का प्रावधान है, जिसके लिए तेजी से कार्य कराए जा रहे हैं।