रायबरेली। पुलिस के उत्पीड़न से तंग युवक ने शनिवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सामने आत्मदाह (suicide) का प्रयास किया है, जिसे पुलिसकर्मियों ने बचा लिया। युवक का आरोप है कि नसीराबाद थाना के सिपाही एक अपराधी से मिलकर उसे फर्जी मामले में फंसाते हैं और उसको बुरी तरह पुलिस द्वारा मारा पीटा जाता है, हालांकि पुलिस इसे नाटक बता रही है।
जिले के नसीराबाद थाना क्षेत्र के गांव मितई बभनपुर का है। गांव के रहने वाले हीरालाल शनिवार की दोपहर एक डिब्बे में डीजल लेकर एसपी कार्यालय के सामने पहुंचे और अपने ऊपर डीजल डाल किया, इससे पहले कि युवक खुद को आग के हवाले करता कि आसपास मौजूद पुलिस कर्मियों ने उसे पकड़ लिया। और उसको लेकर कार्यालय के अंदर चले गए।
युवक का आरोप है कि नसीराबाद थाना के कुछ सिपाही एक स्थानीय अपराधी से मिले हुए है, और उसी के इशारे पर उसे तरह तरह से परेशान किया जाता है। युवक का कहना है कि पुलिस उसे अक्सर उसके घर से उठा लाती है और थाना में उसे बुरी तरह से मारा पीटा जाता है। युवक का यह भी आरोप है कि उसे इसे मामलों में बंद किया गया है, जिसका उससे कोई लेना देना नहीं है।
युवक ने बताया कि रोज रोज की पुलिसिया यातना से परेशान होकर उसने आत्मदाह करने का निश्चय किया था। फिलहाल युवक को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है, और मामले में एसपी ने जांच का आदेश दिया है।
दूसरी ओर नसीराबाद पुलिस का कहना है कि आत्मदाह का प्रयास करने वाला युवक एक शातिर अपराधी है। उसके विरुद्ध हाल ही में मिनी गुंडा एक्ट की कार्रवाई की गई है। जिसकी नोटिस को तामील किया गया है।