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कांग्रेस के ‘दिशाहीन’ होने की अवधारणा तोड़ने के लिए पूर्णकालिक अध्यक्ष जरूरी: शशि थरूर

शशि थरूर Shashi Tharoor

शशि थरूर

नई दिल्ली। कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने रविवार को कहा कि कांग्रेस को एक पूर्णकालिक अध्यक्ष की जरूरत है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को उसके ‘दिशाहीन’ होने की अवधारणा को तोड़ने के लिए पूर्णकालिक अध्यक्ष खोजने की प्रक्रिया तेज करने की आवश्यकता है। थरूर ने कहा कि सोनिया गांधी से अनिश्चितकाल के लिए अंतरिम प्रमुख का बोझ उठाने की उम्मीद करना अनुचित है।

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पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हमें लोगों में बढ़ती और उपेक्षा करने वाली मीडिया द्वारा तूल दी जा रही है। यह धारणा भी खत्म करनी होगी कि कांग्रेस लक्ष्यहीन और दिशाहीन है, विश्वसनीय राष्ट्रीय विपक्ष की भूमिका निभा पाने में अक्षम है।

थरूर ने कहा कि एक पूर्णकालिक अध्यक्ष तलाशने की प्रक्रिया में तेजी लाकर कांग्रेस द्वारा फौरन इस मुद्दे का समाधान करने की जरूरत है। इसे एक भागीदारीपूर्ण और लोकतांत्रिक प्रक्रिया से किया जाए जो विजेता उम्मीदवार को वैध अधिकार एवं विश्वसनीयता प्रदान करें, जो पार्टी में सांगठनिक एवं संरचनागत स्तर पर नई जान फूंकने के लिए बहुत जरूरी है।

थरूर ने यह भी कहा कि राहुल गांधी ने में वह ‘दम और काबिलियत’ है कि वह पार्टी का फिर से नेतृत्व कर सकते हैं। हालांकि, अगर राहुल फिर अध्यक्ष नहीं बनना चाहते तो कांग्रेस को नया अध्यक्ष चुनने की कवायद शुरू कर देनी चाहिए।

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बता दें कि पिछले लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद राहुल गांधी ने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद सोनिया गांधी को अंतरिम कांग्रेस अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। थरूर ने यह बयान ऐसे वक्त में दिया है जब सोनिया गांधी अंतरिम अध्यक्ष के रूप में एक साल का कार्यकाल पूरा करने वाली हैं। उन्हें पिछले साल 10 अगस्त को राहुल गांधी के इस्तीफे के बाद कमान सौंपी गई थी।

थरूर ने पीटीआई से कहा कि मुझे यकीनन ये लगता है कि हमें अपने नेतृत्व को लेकर स्पष्ट होना चाहिए। मैंने पिछले साल सोनिया जी के अंतरिम अध्यक्ष बनने का स्वागत किया था लेकिन मैं ये भी मानता हूं कि अनिश्चितकाल तक उनसे यह पद संभालने की अपेक्षा रखना ठीक नहीं है।

थरूर ने कहा कि व्यापक तर्क किसी व्यक्ति विशेष के बारे में नहीं है, बल्कि एक प्रक्रिया या प्रणाली की हिमायत करने के बारे में है, जिसके जरिए कांग्रेस नेतृत्व के मौजूदा मुद्दे का हल कर सकती है।  फिर पार्टी में नई जान फूंक सकती है। राष्ट्रीय स्तर पर पार्टी में नयी ऊर्जा का संचार कर सकती है।  उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के दौरान अपनी गतिविधियों के जरिए, चाहे यह कोविड-19 का मुद्दा हो या चीन की घुसपैठ का, राहुल गांधी ने अकेले ही मौजूदा सरकार को उसके कार्यों एवं नाकामियों के लिए जवाबदेह ठहराने का उल्लेखनीय काम किया है।

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कांग्रेस नेता ने कहा कि राहुल गांधी ने बेहतरीन दूरदृष्टि भी प्रदर्शित की है।  एक रचनात्मक आवाज उठाई है, जिसके जरिए इस चुनौतीपूर्ण समय में लोगों की आकांक्षाओं को सचमुच में समझने की क्षमता दिखाई है। थरूर ने कहा,कि मैं उम्मीद करता हूं कि अध्यक्ष के रूप में या फिर अपनी पसंद के किसी अन्य पद पर रहते हुए वह इसे जारी रखेंगे।  उल्लेखनीय है कि पिछले साल हुए लोकसभा चुनाव में पार्टी को मिली करारी शिकस्त की जिम्मेदारी लेते हुए राहुल ने कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद सोनिया गांधी ने 10 अगस्त को पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष के तौर पर नेतृत्व की जिम्मेदारी संभाली थी।

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