बहराइच। कई महीनों से फरार चल रहे एक लाख के इनामी जिला पंचायत सदस्य देवेंद्र प्रताप उर्फ गब्बर सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया। लखनऊ एसटीएफ की टीम ने उसे गिरफ्तार करने के बाद शनिवार को नगर कोतवाली पुलिस के सुपुर्द किया।
उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस की आठ टीमें भी गठित की गई थी। एडीजी गोरखपुर जोन ने गब्बर के गिरफ्तारी पर इनाम की धनराशि 50 हजार से बढ़ाकर एक लाख कर दी थी। साथ ही इस शातिर के सहयोगी पर भी 25 हजार का इनाम घोषित किया गया था।
56 मुकदमों की फेहरिस्त वाले गब्बर सिंह पर हत्या, लूट, डकैती व जमीनों को कब्जाने समेत कई गंभीर धाराओं में फैजाबाद, गोंडा, सुल्तानपुर, लखनऊ , बहराइच समेत कई जिलों में मुकदमे दर्ज हैं। 27 मार्च, 2020 को शहर में आयोजित एक कार्यक्रम में बहराइच आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मंच पर चढ़ने के बाद चर्चा में आए गब्बर की मुश्किलें लगातार बढ़ गई थी।
उसकी गिरफ्तारी के लिए पहले चार टीमों का गठन किया गया था। इसके बाद एडीजी जोन गोरखपुर अखिल कुमार ने टीमों की संख्या बढ़ाकर आठ कर दी थी।
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गब्बर के फरार सहयोगी मनीष जायसवाल पर भी 25 हजार का इनाम घोषित किया गया था। लगतार पुलिस को चकमा देकर फरार चल रहे गब्बर और मनीष को लखनऊ एसटीएफ की टीम ने गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए आरोपितों को एसटीएफ ने नगर कोतवाली पुलिस के सुपुर्द कर दिया है। अपर पुलिस अधीक्षक शहर कुंवर ज्ञानंजय सिंह ने दोनों इमामी के गिरफ्तारी की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि पकड़े गए आरोपितों को न्यायालय भेजा जाएगा।