जयपुर। राजस्थान में सियासी नाटक जारी है। इसी नाटक के बीच आज कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई। बैठक में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि हम अपनी सरकार बचाने के लिए लगातार कोशिश कर रहे हैं। अगर धरना देने के लिए प्रधानमंत्री निवास भी जाना पड़ा तो दिल्ली भी जाएंगे।
विधायक दल की बैठक में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा, ‘आप लोग तैयार रहिए, अगर 21 दिन तक बैठना पड़े तो यहां रहेंगे। राष्ट्रपति भवन जाना पड़े तो राष्ट्रपति के पास जाएंगे या फिर प्रधानमंत्री निवास के बाहर दिल्ली में धरना देने जाना पड़े तो प्रधानमंत्री निवास दिल्ली भी जाएंगे।’
राजस्थान में कांग्रेस आज हर जिला मुख्यालय पर भाजपा के खिलाफ करेगी धरना-प्रदर्शन
जानकारी के मुताबिक, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का पहले शाम चार बजे राज्यपाल कलराज मिश्र से मिलने का कार्यक्रम था। हालांकि, अब ऐसी खबर है कि सीएम शाम तक में राज्यपाल से मिलेंगे। मुख्यमंत्री आवास (सीएमआर) पर कैबिनेट की बैठक होगी। बैठक में चर्चा के बाद राज्यपाल से मुलाकात का कार्यक्रम तय होगा। इससे पहले जयपुर के फेयरमोंट होटल में कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई।
उधर, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत ने शनिवार को भाजपा की आलोचना की। भाजपा के खिलाफ जयपुर में विरोध रैली के दौरान पार्टी समर्थकों को संबोधित करते हुए वैभव ने कहा, ‘केंद्र में भाजपा लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई राजस्थान सरकार को गिराने की साजिश में शामिल है। पिछले डेढ़ साल से हमने किसानों के लिए काम किया है। हमने कोरोना वायरस से प्रभावी ढंग से निपटा है। मुझे लगता है कि भाजाप इससे निपट नहीं सकती है और इसलिए वो कांग्रेस के नेतृत्व वाली राजस्थान सरकार को गिराने की साजिश रच रही है।’
इससे पहले कांग्रेस ने ‘भाजपा द्वारा राजस्थान में लोकतंत्र की हत्या के षड्यंत्र के खिलाफ’ शनिवार को राज्य के जिला मुख्यालयों पर धरना-प्रदर्शन किया। कांग्रेस ये धरने-प्रदर्शन ऐसे समय में कर रही है, जबकि राज्य में राजनीतिक रस्साकशी चल रही है। पार्टी के सारे विधायक व मंत्री हालांकि जयपुर के पास एक होटल में रुके हुए हैं इसलिए इन धरना-प्रदर्शनों की अगुवाई बाकी नेता कर रहे हैं। राजधानी जयपुर के साथ साथ जोधपुर व बीकानेर सहित अन्य जिला मुख्यालयों पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा धरना-प्रदर्शन किए गए।