भोपाल। जबलपुर की तरफ से आ रही कोयले से भरी एक मालगाड़ी (Goods Train) बुधवार शाम को करीब 5.30 बजे गलत ट्रैक पर आ गई। गनीमत रही कि समय रहते इटारसी रेलवे स्टेशन समेत पिपरिया रेलवे स्टेशन पर यात्री गाड़ियों को रोक दिया गया, अन्यथा बड़ा हादसा हो सकता था। इसके बाद जबलपुर और नर्मदापुरम रूट की एक दर्जन से अधिक ट्रेनों का यातायात बाधित हो गया। करीब तीन घंटे बाद मालगाड़ी को सही ट्रैक पर लाकर आगे की ओर रवाना किया गया। रेलवे ने घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं।
रेल सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कोयले का लोड लेकर जबलपुर से इटारसी तरफ आ रही मालगाड़ी (Goods Train) तकनीकी खराबी की वजह से शाम करीब 5:30 बजे अपलाइन छोड़कर डाउन ट्रैक पर आ गई। संयोग से यहां बड़ा हादसा नहीं हुआ, चूंकि उस वक्त डाउन ट्रेक पर कोई ट्रेन नहीं थी। इस दौरान जबलपुर-इलाहाबाद जा रही कई ट्रेनों को इटारसी स्टेशन पर रोका गया, जबकि पिपरिया स्टेशन पर भी कई ट्रेनों को रोकना पड़ा।
घटना की खबर मिलते ही जबलपुर मंडल के सारे अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं। ट्रेन परिचालन में इतनी बड़ी चूक किस स्तर पर हुई है, इसकी विभागीय जांच के आदेश दिए गए हैं। जांच के बाद दोषी पाए गए अधिकारी-कर्मचारियों पर कार्रवाई होगी। इस हादसे से रेल यातायात भी प्रभावित हुआ है।
राहुल गांधी को 2 साल की जेल, ‘मोदी’ सरनेम पर दिया था विवादित बयान
बताया जा रहा है कि इस घटना से इटारसी से जबलपुर की ओर जाने वाले भोपाल-दुर्ग अमरकंटक एक्सप्रेस, साकेत एक्सप्रेस, बरौनी स्पेशल, रक्सौल एक्सप्रेस, जनशताब्दी एक्सप्रेस, कटनी भुसावल, वाराणसी सुपर, ताप्ती गंगा, काशी एक्सप्रेस के शेड्यूल पर असर पड़ा है।
हादसे की वजह से जनशताब्दी, अमरकंटक एक्सप्रेस को रोकना पड़ा। जबलपुर से आने वाली वेरावल, सोमनाथ, इंटरसिटी एक्सप्रेस भी लेटलतीफी का शिकार हुई। पिपरिया स्टेशन पर राजकोट समेत अन्य ट्रेनों को खड़ा किया गया, इस वजह से यात्री भी परेशान हुए। हादसे के कारण बंगाली आउटर पर अमरकंटक एक्सप्रेस ट्रेन नंबर 22 183 को प्लेटफार्म 6 पर, डोलरिया में ट्रेन नंबर 5548 को, ट्रेन नंबर 11127 को बनापुरा में, ट्रेन नंबर 19045 को चारखेड़ा स्टेशन पर, ट्रेन 5945 को पगढाल में, 22687 को टिमरनी में और ट्रेन नंबर 5017 काशी एक्सप्रेस को भिरंगी स्टेशन पर रोका गया। लगभग तीन घंटे बाद रेलवे ने ट्रैक को क्लियर करने का काम पूरा कर लिया। इसके बाद रात 9 बजे रूट पर रोकी गई ट्रेनों को चलाया गया।