लखनऊ। गोरखनाथ मंदिर (Gorakhnath Temple Attack) के सुरक्षाकर्मियों पर हमले के मुख्य आरोपित अहमद मुर्तजा अब्बासी (Murtaza) से पूछताछ में इस बात का खुलासा हुआ है कि वह आतंकी संगठन से जुड़ना चाहता था। इसके लिए वह एक लड़की के सम्पर्क में भी आया था। लैपटॉप और मोबाइल में मिले साक्ष्यों के आधार पर कई तथ्य सामने आये हैं, जिससे यह पता चल रहा है कि वह किसी बड़ी साजिश में फंसा था।
यूपी एटीएस (UP ATS) उसका बैंक डिटेल भी खंगालने में जुटी है। मामला गोरखनाथ मंदिर से जुड़ा होने के कारण जांच एजेंसी कोई भी कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती। इसी जांच को आगे बढ़ाते हुए राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की तीन सदस्यीय टीम आरोपित से पूछताछ कर सकती है।
बीते दिनों गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा में मुस्तैद सुरक्षाकर्मियों पर अहमद मुर्तजा ने धारदार हथियार से हमला कर घायल कर दिया था। अपनी जान की परवाह किए बगैर सुरक्षाकर्मियों ने दबोचकर पुलिस के सुपुर्द किया था। मामले की जांच में यह भी खुलासा हुआ कि आरोपित आतंकी गतिविधियों से जुड़ना चाहता था। एटीएस को उसके पास से लैपटॉप, मोबाइल, भड़काऊ साहित्य मिले। पूछताछ के दौरान मुख्य आरोपित ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए।
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सूत्रों ने बताया कि पूछताछ में इसका भी खुलासा हुआ कि कट्टरपंथियों के सम्पर्क में आने के बाद वह आतंकियों से सेफ कम्युनिकेशन को स्थापित करने के लिए मोबाइल एप भी तैयार कर रहा था। उसके द्वारा सीरिया में भी रकम भेजने एवं युवती द्वारा उसके खाते में रकम आने की बात सामने आ रही है, जिसको लेकर यूपी एटीएस उसके बैंक डिटेल भी खंगाल रही है। इधर मुंंबई में भी एटीएस की एक टीम डेरा डाले हुए है। उत्तर प्रदेश के अपर पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) प्रशांत कुमार का कहना है कि मुख्य आरोपित से मुख्यालय में लगातार पूछताछ चल रही है। इस दौरान जो भी तथ्य सामने निकलकर आये हैं उन सभी का एटीएस सत्यापन करा रही है। कई बिंदुओं पर जांच की जा रही है।
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इस बात का खुलासा हुआ है कि अहमद मुर्तजा आतंकी संगठन में शामिल होना चाहता था और वो एक युवती के संपर्क में भी आया था। दोनों ई-मेल के माध्यम से चैट भी करते थे। विदेश में रहने वाली युवती उससे भारत में आकर मिलना भी चाहती थी इसके लिए उसने उसके खाते में रुपये ट्रांसफर किए थे। इस बात का भी दावा किया जा रहा है कि हनीट्रैप में फंसकर ही मुर्तजा ने मंदिर पर हमला किया था। हालांकि इसको लेकर कोई भी अधिकारिक बयान नहीं आया है।