उत्तर प्रदेश विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता रामगोविंद चौधरी ने मंगलवार को योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी सरकार पर मास्क न लगाने पर दोबारा पकड़े जाने पर दस हजार रुपये जुर्माना लगाये जाने के फैसले पर करारा प्रहार करते हुए कहा कि राज्य सरकार ने उत्तर प्रदेश को गिद्धों के हवाले कर दिया है।
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष एवं समाजवादी पार्टी वरिष्ठ नेता रामगोविंद चौधरी ने मंगलवार को जारी एक बयान में मास्क को लेकर दस हजार रुपये जुर्माना के फैसले को अंग्रेजी राज की याद दिलाने वाला करार देते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इस फैसले को तुरंत वापस लेने की मांग की।
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चौधरी ने कहा कि योगी सरकार ने उत्तर प्रदेश को गिद्धों के हवाले कर दिया है और गिद्ध आम आदमी को अपने- अपने हिसाब से नोच रहे हैं, कहीं मास्क को लेकर दस हजार रुपये का जुर्माना लगाकर तो कहीं जरूरी सामानों की कालाबाजारी करके। उन्होंने कहा कि जिस दल के प्रधानमंत्री, गृह मंत्री व मुख्यमंत्री बिना मास्क लगाए चुनावी रैली को सम्बोधित किए हैं व खुद भी बिना मास्क लगाए मंच सुशोभित किए हैं, उस दल की सरकार को मास्क को लेकर आम आदमी पर जुर्माना लगाने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है।
नेता प्रतिपक्ष ने आरोप लगाया कि सूबे में योगी सरकार केवल बयानों तक सीमित रह गई है और आम आदमी का कोई पुरसाहाल नहीं है।
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उत्तर प्रदेश सरकार ने कोरोना महामारी अधिनियम 2020 में आठवां संशोधन किया है। संशोधन के मुताबिक घर से बाहर बिना मास्क या गमछा के निकलने पर पहली बार पकड़े जाने पर एक हजार रुपये और दोबारा पकड़े जाने पर दस हजार रुपये जुर्माना का प्रावधान किया गया है।