नई दिल्ली। ड्रग्स कंट्रोलर ने सीरम इंस्टीट्यूट की कोरोना वैक्सीन के आपात इस्तेमाल को मंजूरी दे दी है। अब आगे की तैयारियों को लेकर लोगों के मन में कई तरह के सवाल हैं। वैक्सीन को लेकर भविष्य में सरकार की योजना क्या है? इंस्टिट्यूट कब तक वैक्सीन की खेप सरकार को देगी और कितनी खेप होगी? इन सभी मुद्दों पर सीरम इंस्टीट्यूट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अदार पूनावाला ने एक समाचार पत्र से बातचीत में कई जानकारियां दी हैं। बता दें कि पुणे स्थित सीआईआई ऑक्सफोर्ड की कोरोना वैक्सीन का निर्माण कर रहा है। पूनावाला ने बताया कि पांच करोड़ डोज वितरण के लिए तैयार हैं।
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सीआईआई के सीईओ से पूछा गया कि क्या आपको लगता है कि मंजूरी मिलने में अपेक्षा से अधिक समय लगा तो उन्होंने कहा, मैं जिस तरह से पूरी प्रक्रिया में गया हूं, उसे लेकर बहुत खुश और आभारी हूं क्योंकि हम किसी को कुछ जल्दबाजी में नहीं करने देना चाहते थे। हम चाहते थे कि ड्रग्स कंट्रोलर और स्वास्थ्य मंत्रालय वास्तव में सभी डाटा को देखें, हर चीज की जांच करें, जो हमने किया है, उसकी दोहरी जांच करें कि ऑक्सफोर्ड ने जो किया है वह सुरक्षित और प्रभावी है या नहीं।
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सीआईआई ने पहले ही वैक्सीन की लाखों खुराक का उत्पादन कर लिया था। यह एक तरह से जुआ था और आप इसे लेकर आशान्वित कैसे थे। इस सवाल के जवाब में पूनावाला ने कहा, हम मार्च-अप्रैल की शुरुआत में आश्वस्त नहीं थे लेकिन हम आर्थिक और तकनीकी रूप से 100 फीसदी प्रतिबद्ध थे। हमने इस पर बहुत मेहनत की थी और खुश हैं कि इसने काम किया। यह सिर्फ वित्तीय मामला नहीं है, अगर यह काम नहीं कर पाता तो हमें कुछ और करने में छह महीने लग जाते और फिर लोगों को वैक्सीन बहुत बाद में मिलती।