लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल (Governor Anandiben) ने सोमवार को राजभवन में सर्वाइकल कैंसर ( cervical cancer awareness campaign) जागरूकता अभियान का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर राजभवन में आवासित परिवारों की 200 बच्चियों एवं महिलाओं को सर्वाइकल कैंसर से बचाव हेतु एचपीवी टीका लगाया गया।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि आज हमारे पास विभिन्न रोगों से बचाव के लिए दवाएं एवं वैक्सीन उपलब्ध हैं, जिनसे हम विभिन्न जानलेवा बीमारियों से अपना बचाव कर सकते हैं। इसलिए हर परिवार को विभिन्न वैक्सीन की जानकारी होनी चाहिये और ये तभी सम्भव है जब इसके लिये ग्रामीण स्तर तक जागरूकता कार्यक्रम चलाये जाये।
आनन्दी बेन पटेल ने कहा कि माता-पिता को चाहिये कि वे अपनी बच्चियों के खान-पान में बचपन से ही विशेष ध्यान दें, उन्हें पौष्टिक आहार दें तथा बेटा-बेटी में किसी प्रकार का भेद न करें। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति को व्यक्तिगत स्वच्छता, घर की स्वच्छता, पास-पड़ोस की स्वच्छता पर भी विशेष ध्यान देना चाहिये, क्योंकि गन्दगी के कारण अनेक बीमारियां फैलती है।
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राज्यपाल ने सर्वाइकल कैंसर की चर्चा करते हुए कहा कि किसी भी बच्ची या महिला को किसी भी प्रकार के असामान्य लक्षण दिखाई दें तो उन्हें गम्भीरता से लेते हुए तत्काल जांच करानी चाहिए। ऐसा करने से हम भविष्य की गम्भीर बीमारियों से बचे रह सकते हैं, इसलिये सभी बीमारियां खासकर सर्वाइकल कैंसर के बारे में जागरूकता फैलानी चाहिये। उन्होंने कहा कि चिकित्सा शिक्षा ले रहे संस्थान के विद्यार्थियों को ग्रामीण क्षेत्रों में विभिन्न बीमारियों तथा उनके सुरक्षात्मक उपाय के सम्बंध में जानकारी देने हेतु भेजना चाहिए।
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अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने कहा कि डाॅ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान की ये अनूठी पहल है। सर्वाइकल कैंसर महिलाओं के लिये गम्भीर समस्या है। लेकिन वैक्सीनेशन से इसके बढ़ते प्रभाव को रोका जा सकता है। इसलिये प्रदेश सरकार प्रयास कर रही है कि एचपीवी टीका को भी नियमित टीकाकरण अभियान में शामिल कर लिया जाये, क्योंकि यह टीका अधिक मंहगा होने के कारण सामान्य-जन की पहुंच से दूर है। उन्होंने कहा कि जागरूकता अभियान में कम उम्र में ही इस बीमारी की पहचान हो जाने से जीवन आसानी से बचाया जा सकता है।
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डाॅ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान की निदेशक प्रो. सोनिया नित्यानंद ने कहा कि आज के इस टीकाकरण अभियान से हम अपनी बच्चियों को उन्हें भविष्य में कैंसर जैसी खतरनाक बीमारियों से सुरक्षा प्रदान कर सकेंगे। निदेशक डाॅ. सोनिया नित्यानन्द ने बताया कि सर्वाइकल कैंसर का मुख्य कारण कम उम्र में विवाह, 2 से अधिक बच्चे, मासिक धर्म में अनियमितता, धूम्रपान एवं कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता है। उन्होंने कहा कि भारत में महिलाओं में कैंसर द्वारा मौत की बढ़ती दरों का प्रमुख कारण सर्वाइकल कैंसर है। इसलिए इससे बचाव के लिए बच्चियों का टीकाकरण अत्यन्त जरूरी है। उन्होंने बताया कि यह टीका किशोरियों को 9 से 18 वर्ष के बीच लगाया जाता है। हमारे अभिभावकों को इस टीके से डरने की जरूरत नहीं है। इस वैक्सीन का किसी भी तरह का साइड इफेक्ट नहीं है। लेकिन यह हमारी बच्चियों को भविष्य में होनी वाली घातक कैंसर जैसी बीमारी से सुरक्षा प्रदान करता है।
इस अवसर पर राज्यपाल ने पुस्तक “सर्वाइकल कैंसर और एच.पी.वी. टीकाकरण-तथ्य एवं जानकारी” का विमोचन भी किया। कार्यक्रम में राज्यपाल के अपर मुख्य सचिव महेश कुमार गुप्ता, प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा आलोक कुमार, जिलाधिकारी लखनऊ अभिषेक प्रकाश, डाॅ. नीतू सिंह तथा बड़ी संख्या में बच्चियां तथा उनके अभिभावक मौजूद थे।