प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने सोमवार को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) के लिए एक्सिओम-4 अंतरिक्ष मिशन के पायलट ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ( Shubhanshu Shukla) से मुलाकात की।
इस दौरान शुभांशु शुक्ला ( Shubhanshu Shukla) ने प्रधानमंत्री को अपनी स्पेस यात्रा के दिलचस्प अनुभव बताए। दोनों के बीच काफी लंबी बातचीत हुई। प्रधानमंत्री मोदी ने इस बातचीत का 10 मिनट का वीडियो अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर साझा किया है।
इस मुलाकात के दौरान शुभांशु शुक्ला ने प्रधानमंत्री (PM Modi) को एक्सिओम-4 मिशन का मिशन पैच और वो तिरंगा भेंट किया जो वो अपने साथ अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन ले गए थे। साथ ही उन्होंने पीएम को बताया कि भारत के गगनयान मिशन के लिए न सिर्फ भारत बल्कि पूरी दुनिया में उत्साह है।
Video
A wonderful conversation with Shubhanshu Shukla. Do watch! @gagan_shux https://t.co/C3l2TNnMpo
— Narendra Modi (@narendramodi) August 19, 2025
जब स्पेस में जाते हैं तो वातावरण बदलता
पीएम मोदी (PM Modi) ने ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला से पूछा गया कि जब आप लोग ऊपर जाते हैं तो क्या कुछ बदलता है। इस पर शुभांशु शुक्ला ने बताया कि जब हम स्पेस में जाते हैं तो वातावरण बदलता है। पहुंचने के बाद काफी बदलाव होते हैं। वहां 4-5 दिन में वहां के हालात की तरह बॉडी एडजस्ट हो जाती है। लेकिन, जब आप वापस आते हैं तो तब भी परेशानी होती है और आप चल नहीं पाते हैं।
भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला ने अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर मूंग और मेथी के बीज उगाकर अंतरिक्ष में एक किसान की भूमिका निभाई थी, बातचीत के दौरान पीएम ने इसका जिक्र किया। इस पर उन्होंने कहा, अंतरिक्ष स्टेशन पर खाना एक बड़ी चुनौती है, जगह कम होती है और सामान महंगा होता है। आप हमेशा कम से कम जगह में ज्यादा से ज्यादा कैलोरी और पोषण लेकर जाने और खाने की कोशिश करते हैं। इस दिशा में यह कदम अहम है।
स्पेस स्टेशन में उड़ान भर कर इतिहास रच दिया
शुभांशु शुक्ला पहले भारतीय हैं जिन्होंने स्पेस स्टेशन में उड़ान भर कर इतिहास रच दिया। इसको लेकर पीएम ने कहा कि पहले भारतीय स्पेस स्टेशन में गए, तो ऐसे मेंभारतीय को देखकर विदेशियों के मन में क्या रहता है, क्या पूछते हैं? इस पर ग्रुप कैप्टन ने कहा, मैं जहां भी गया लोग मुझ से खुशी से आकर मिले और ज्यादातर लोगों को यह बात पता है कि भारत स्पेस के क्षेत्र में क्या कर रहा है। मुझसे ज्यादा तो विदेश के लोग गगनयान मिशन के लिए उत्साहित थे और मुझसे आकर पूछ रहे थे कि आपका मिशन कब जा रहा है।
“यह हमारा पहला कदम है”
शुक्ला ने साथ ही एक्सिओम-4 मिशन की तैयारियों को लेकर कहा, जब हम लोग पहुंचे तो इस मिशन के लिए काफी अच्छे से तैयार थे। यह मिशन अंत नहीं है, यह मिशन शुरुआत है। पीएम ने कहा, मैंने उस दिन भी कहा था कि यह हमारा पहला कदम है। शुक्ला ने कहा, इस पहले कदम का मकसद ही यह था कि हम इससे क्या सीख कर वापस आते हैं।
पीएम ने कहा, स्पेशस्टेशन और गगनयान हमारे बड़े मिशन है, इसमें आपका अनुभव काम आएगा। इस पर शुभांशु शुक्ला ने कहा, आपकी सरकार की तरफ से स्पेस प्रोग्राम को काफी स्पोर्ट मिल रहा है। पीएम ने कहा, हम यह आत्मनिर्भर बन कर करेंगे तो अच्छा करेंगे।