मथुरा। विशाखापट्टनम से गांजे की बड़ी खेप ले जाते तीन तस्करों को शुक्रवार मथुरा जंक्शन पर तैनात जीआरपी ने आगरा आरपीएफ के सहयोग से दिल्ली जाने से पूर्व दबोच लिया। जीआरपी के वरिष्ठ उप निरीक्षक नरेंद्र सिंह वैनेया ने बताया कि पकड़ा गया गांजा लगभग दो लाख रूपए कीमत है।
जीआरपी थाना प्रभारी निरीक्षक सुबोध कुमार, उप निरीक्षक अनुराग यादव, सिपाही रामरक्षपाल सिंह मीणा, अनिल कुमार व आगरा आरपीएफ के उप निरीक्षक देवेंद्र सिंह सोलंकी शुक्रवार की सुबह सर्कुलेटिंग एरिया में चेकिंग कर रहे थे। इसी दौरान तीन युवक बड़े सूटकेस व बैग लेकर पुलिस की नजर से बच कर जाने का प्रयास कर रहे थे।
चेकिंग टीम ने तीनों को पकड़ कर सूटकेस खोलकर देखा तो उसमें 39 किलो गांजे के पैकेट रखे थे। पकड़े गए तीनों युवकों ने अपने नाम इरफान पुत्र असिफ उर्फ आशिक निवासी सिंधोली संभल, राहुल पुत्र रतन कुमार निवासी डा.राजेंद्र प्रसाद रोड नई दिल्ली और आकाश विश्वास पुत्र दिलीप विश्वास निवासी स्टीफन अस्पताल के पास थाना सिविल लाइन उत्तरी दिल्ली बताया।
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गांजे के बारे में उन्होंने बताया कि वह इसे लेकर विशाखापट्टनम से राजधानी एक्सप्रेस में सवार हुए थे। उन्हें मथुरा से बस में सवार होकर दिल्ली पहुंचना था। बस में सवार होने के लिए यहां उतर गए थे। जीआरपी के वरिष्ठ उप निरीक्षक नरेंद्र सिंह वैनेया ने बताया कि बरामद 39 किलो गांजे की कीमत करीब दो लाख रुपये है।
गांजे की इस खेप को दिल्ली लेकर जाते समय तीनों को सर्कुलेटिंग एरिया से पकड़ा गया है, जबकि तीनों ने दिल्ली तक के लिए राजधानी एक्सप्रेस में टिकट आरक्षित कराया था।