लखनऊ। गोरखपुर में गोरक्षनाथ मठ (Gorakhnath Temple) की घटना पर आज एसीएस होम और एडीजी एलओ की प्रेस कांफ्रेंस की। एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार (ADG Prashant Kumar) ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि इस घटना में दो जवानों को गम्भीर चोटें आई हैं। इस मामले में अभी तक आतंक संलिप्तता से इनकार नहीं किया जा सकता है।
घटना की जांच अब एटीएस एवं एसटीएफ संयुक्त रूप से कर रही है : अवनीश अवस्थी
घटना की गहनता से जांच की जा रही है। बहादुर जवानों ने बड़ी घटना होने से रोक दिया। हमलावर मंदिर में प्रवेश कर जाता तो बड़ी वारदात हो सकती थी। वहीं, मामले पर एसीएस होम अवनीश अवस्थी ने कहा कि घटना की जांच अब एटीएस एवं एसटीएफ संयुक्त रूप से कर रही है। बहादुर जवानों के लिए मुख्यमंत्री की ओर से 5 लाख के पुरस्कार की घोषणा हुई है।
गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा में तैनात सिपाहियों पर हमला
रविवार को आरोपी ने सिपाहियों पर ऐसे ताबड़तोड़ हमले किए, जैसे कि जान लेने का इरादा हो। अपराधी घटना के जरिए कोई बड़ा संदेश देना चाहते थे। दूसरी तरफ, मंदिर की सुरक्षा में तैनात सिपाहियों पर हमले की खबर मिलते ही पुलिस अफसर मौके पर दौड़ पड़े। गोरखपुर से लखनऊ तक अफसरों के मोबाइल फोन घनघनाने लगे थे। मुख्यमंत्री कार्यालय से पूरी घटना की जानकारी ली गई है।
गोरखनाथ मंदिर में सुरक्षाकर्मियों पर हमला, ATS ने शुरू की जांच
गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा में तैनात सिपाहियों पर हमले के बाद मंदिर की सुरक्षा का एसएसपी डॉ विपिन ताड़ा ने जायजा लिया है। साथ ही सुरक्षा व्यवस्था और सख्त कर दी। हर आने-जाने वाले की जांच की गई, फिर मंदिर परिसर में जाने दिया गया। जानकारी के मुताबिक, गोरखनाथ मंदिर पहले से ही आतंकी निशाने पर रहा है। प्रमुख धार्मिंक स्थल होने के साथ ही मुख्यमंत्री का आवास भी है। लिहाजा, सुरक्षा के कड़े इंतजाम रहते हैं।