अयोध्या। उत्तर प्रदेश के अयोध्या में बड़ी संख्या में हैंड ग्रेनेड (Hand grenades ) बरामद किए गए हैं। ये हैंड ग्रेनेड सेना के ट्रेनिंग सेंटर से तीन किलोमीटर दूर मिले थे। इतनी संख्या में हैंड ग्रेनेड कहां से आए, ये अभी तक पता नहीं चल पाया है। इस बारे में अयोध्या पुलिस को जानकारी दे दी गई है। बरामद हैंड ग्रेनेड को नष्ट कर दिया गया है।
बताया जा रहा है कि शनिवार को कंटोनमेंट बोर्ड क्षेत्र के निर्मली कुंड चौराहे के पास पेड़ों और झाड़ियों के बीच हैंड ग्रेनेड (Hand grenades ) पड़े थे। एक स्थानीय युवक की जानकारी पर जब यहां मिलिट्री इंटेलिजेंस की टीम पहुंची तो उसे कुछ ही दूरी के भीतर पेड़ों और झाड़ियों के बीच 12 से 15 हैंड ग्रेनेड पड़े हुए मिले। यह पूरा क्षेत्र सेना की निगरानी में रहता है और रात 10 बजे के बाद आवाजाही की भी मनाही हो जाती है।
मिलिट्री इंटेलिजेंस की माने तो पाए गए हैंड ग्रेनेड (Hand grenades ) को रविवार दोपहर 2 बजे के आसपास नष्ट कर दिया गया। इस बारे में अयोध्या पुलिस को भी जानकारी दे दी गई है। इधर, अयोध्या के एसएसपी शैलेश पांडे ने कहा कि हैंड ग्रेनेड मिलने की सूचना डोगरा रेजिमेंटल सेंटर द्वारा एक पत्र के माध्यम से कैंट थाने में दी गई। मिले हुए हैंड ग्रेनेड को नष्ट कर दिया गया है। इससे अधिक उनके पास कोई जानकारी नहीं है।
बोर्ड के चेयरमैन ने उठाए सवाल
अयोध्या कंटोनमेंट बोर्ड के चेयरमैन मिलन निषाद ने बताया कि निर्मली कुंड के रहने वाले एक स्थानीय युवक ने सबसे पहले इन हैंड ग्रेनेड (Hand grenades ) को देखा। उसी ने ये जानकारी मिलिट्री इंटेलिजेंस को दी। हैंड ग्रेनेड मिलने का मामला निर्मली कुंड चौराहे के बगल स्थित नाले के पास का है। जहां एक तरफ सेना ने फेंसिग की है। उसी के दूसरी तरफ झाड़ियों और पेड़ों के बीच ये पड़े मिले देखे गए।
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बोर्ड के चेयरमैन ने सवाल उठाया कि आखिर जो सेना का हैंड ग्रेनेड ट्रेनिंग सेंटर है, वहां से लगभग ढाई से 3 किलोमीटर दूर ये हैंड ग्रेनेड कैसे पहुंच गए। इतनी दूर इन्हें हाथों से फेंका नहीं जा सकता और नजदीक केवल शूटिंग रेंज है जहां इनको फेंकने की प्रैक्टिस नहीं होती है। इसलिए ये जांच का विषय है।