सद्प्रयासों से विकास की प्रक्रिया को गति देने पर बल देते हुये उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उद्यमियों, निवेशकों तथा उद्योगपतियों को दी जा रही सुविधाओं तथा सुरक्षा के वातावरण से प्रदेश में बड़े पैमाने पर निवेश हुआ है।
श्री योगी ने शुक्रवार को गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (गीडा) के औद्योगिक सेक्टर में चैम्बर आफ इण्डस्ट्रीज के नवनिर्मित उद्योग भवन के लोकार्पण अवसर पर कहा कि परम्परागत उद्योग एक बड़े निवेश का आधार है। इसे विकसित करने के लिये नीति भी प्रख्यापित की गयी है। ‘एक जनपद, एक उत्पाद‘ योजना को बढ़ावा दिया गया है। गोरखपुर में इस योजना के तहत टेराकोटा को चयनित किया गया है।
उन्होंने कहा कि कुम्हारों को अपने हस्तशिल्प विकसित करने के लिये अप्रैल से जून तक तालाबों से निःशुल्क मिट्टी निकालने की अनुमति दी गयी, जो उनके लिए काफी उपयोगी सिद्ध हुई। परिणामस्वरूप कारीगरों ने मिट्टी के बर्तन व्यापक तौर पर तैयार किए।
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मुख्यमंत्री ने कहा कि हस्तशिल्पियों को प्रोत्साहित करने हेतु उन्हें प्रशिक्षण, उन्नत टूल किट्स तथा बैंकों से ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है। प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में निरन्तर कार्य किया जा रहा है। गोरखपुर की प्रत्येक महानगर से कनेक्टिविटी है। प्रदेश में सात एयरपोर्ट क्रियाशील हैं और 14 पर कार्य चल रहा है। कुशीनगर में अन्र्तराष्ट्रीय एयरपोर्ट बनाया जा रहा है। प्रदेश में एक्सप्रेस-वे का जाल फैला हुआ है। उन्होंने कहा कि इन्फ्रास्ट्रक्चर औद्योगिक विकास की आधारशिला होती है।
उद्योगों को विकसित करने के लिये गीडा को लैण्ड बैंक बढ़ाने के निर्देश देते हुये उन्होने कहा कि गोरखपुर में औद्योगिक विकास की अपार सम्भावनाएं हैं। उद्यमियों की समस्याओं का समय-सीमा के अन्दर निस्तारण किया जाए। बैंकर्स को उद्योगों के साथ जोड़ने तथा व्यापार की सुगमता को बनाए रखने के दृष्टिगत नियमों में सरलीकरण के साथ शुचिता एवं पारदर्शिता के साथ कार्य किया जाए। उन्होंने औद्योगिक विकास को ऊंचाइयों पर पहुंचाने, स्थानीय स्तर पर रोजगार की व्यवस्था सुनिश्चित करने के साथ ही आवंटन प्रक्रिया को पूरी तरह आनलाइन करने के निर्देश दिए।
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श्री योगी ने कहा कि सफलता का कोई शाॅर्टकट नहीं होता। सफलता के लिये परिश्रम, लगन एवं सकारात्मक सोच होना आवश्यक है। वास्तविक कार्यों को समयबद्ध ढंग से किया जाए और निवेश को आसान बनाने के लिए शासन की नीतियों के अनुरूप कार्य किया जाए। चुनौतियों से घबराना नहीं चाहिए, बल्कि उसका मुकाबला करना चाहिए। विकास के लिए सकारात्मक सोच आवश्यक है। नकारात्मक सोच विकास में बाधा होती है। औद्योगिक विकास को गति देने के लिए सभी को मिलकर सकारात्मक भूमिका के साथ आगे आना होगा।
इस अवसर पर गोरखपुर के मण्डलायुक्त ने मण्डल में औद्योगिक विकास की प्रगति पर प्रकाश डालते हुए बताया कि उद्योगों के विकास के लिये गोरखपुर में 300 एकड़ भूमि भीटी रावत में प्रस्तावित की गई है। उद्यमियों की समस्याओं के समयबद्ध निस्तारण की कार्यवाही की जा रही है।