हरियाली तीज (Hariyali Teej) श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया को कहते हैं. आमतौर पर हरियाली तीज हर साल अंग्रेजी कैलेंडर के मुताबिक जुलाई या अगस्त माह में मनाई जाती है. इस बार हरियाली तीज (Hariyali Teej) 31 जुलाई यानी रविवार के दिन मनाई जाएगी. इस रविवार हरियाली तीज के मौके पर बन रहा है शुभ योग यानी रवि योग .
हरियाली तीज (Hariyali Teej) का मुहूर्त :
किसी भी शुभ काम या पूजा पाठ आराधना के लिए यह रवि योग बहुत महत्वपूर्ण होता है, साथ ही शुभ फलदायी भी होता है. इस बार हरियाली तीज पर रवि योग बन रहा है. यह योग 31 जुलाई को दोपहर में 2:20 से शुरू होगा और अगले दिन 6 बजे तक रहेगा.
यदि आप अपनी पूजा पाठ इस शुभ रवि योग में करेंगे तो आपको इस योग का पुण्य फल जरूर प्राप्त होगा. इस हरियाली तीज में मां पार्वती और भगवान शिव की पू़जा की जाती है. इसमें आपको शुद्ध मिट्टी में गंगा जल मिलाकर शिवलिंग बनाना चाहिए और साथ-साथ मां पार्वती, गणेश और कार्तिकेय की प्रतिमा भी स्थापित करनी चाहिए.
पूजा करते समय कुछ जरूरी बातें:
जब आप भगवान शिव को बेलपत्र, धतूरा, भांग चढ़ाते हैं, धूप दीपक दिखाते हैं तो उस समय आपको अपने मन में निरंतर ‘ॐ नमः शिवाय’ का जाप करना चाहिए. इसके साथ जब आप मां पार्वती की पूजा करते हैं, उनको चुनरी चढ़ाते हैं, मिठाई का भोग लगाते हैं तो उस समय पर आपको माँ पार्वती के इन 6 मंत्रों का लगातार जप करते रहना चाहिए.
- “ॐ पार्वतीपतये नमः”
- “ॐ शिवाय नमः”
- “ॐ शांतिरुपाय नमः”
- “ॐ जगतप्रतिष्ठाय नमः”
- “ॐ जगदात्त्री नमः”
- “ॐ उमाय नमः”
माँ पार्वती की पूजा आराधना करते समय उनको धूप-दीप दिखाते समय इन मंत्रों का उच्चारण अवश्य करें, जिससे माँ प्रसन्न होकर आपको एक सुखमय जीवन का आशीर्वाद दें. इसके साथ-साथ, आपको भगवान शिव और पार्वती की कथा को सुनना चाहिए, सुनाना चाहिए, पढ़ना चाहिए.
सबसे जरूरी बात मां को जो भी श्रृंगार का सामान चढ़ाया जाता है, जैसे-लाल चुनरी, चूड़ी, बिछिया, इत्र, सिंदूर, महावर, बिंदी, मेहंदी, काजल, चोटी, मंगल सूत्र या गले के लिए माला, पायल, नेलपॉलिश, लाली, कान की बाली और चोटी में लगाने के लिए रिबन, इन सब का प्रयोग आप भी करें और इस दिन पूरा सोलह श्रृंगार आपको भी करना चाहिए. साथ ही, अपने मन में पति की लंबी आयु की कामना करनी चाहिए. मन में कामना का होना बेहद जरूरी है. जब आप पूजा करें तो आपका मन सात्विक, शांत और शुद्ध होना चाहिए
किस प्रकार के भोजन का सेवन करें:
अब अगर भोजन की बात की जाए तो आपका भोजन भी सात्विक होना चाहिए. आप उस दिन अन्न ना खाएं. हरियाली तीज के दिन आप नमक न खाएं, केवल फलाहार लें. इस तरह के इस योग में जब आप पूजा करते हैं तो आपका मन भी प्रसन्न होता है और आपको इस दिन के शुभ फल की भी प्राप्ति होती है. घर में सुख-शांति आती है. साथ ही पति की लंबी आयु का भी आशीर्वाद मिलता है.