हाथरस। हाथरस कांड में पुलिस और प्रशासन की कार्यप्रणाली पर लगातार सवाल उठ रहे हैं। पीड़िता के गांव की पुलिस ने घेराबंदी कर रखी है। किसी को भी गांव से बाहर आने और बाहर से किसी को गांव में जाने की इजाजत नहीं दी गई है।
इधर गांव से छिपकर मीडिया के पास आए एक लड़के ने पुलिस-प्रशासन पर फिर से गंभीर आरोप लगाए हैं। लड़के ने कहा है कि पीड़िता के घरवाले मीडिया से बात करना चाहते हैं, लेकिन उन्हें घर में कैद कर दिया गया है। सबके मोबाइल छीन लिए गए हैं और उसके ताऊ की छाती पर लात मारी गई है।
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खेतों से भागते हुए मीडिया के पास आए एक लड़के ने कहा कि उसे घरवालों से भेजा है। उसे कहा गया है कि मीडिया वालों को बुला लाओ। घरवाले कुछ बात करना चाहते हैं, लेकिन उन्हें निकलने नहीं दिया जा रहा है।
‘पुलिस ने घर की घेराबंदी कर रखी है’
लड़के ने पत्रकारों से बातचीत में दावा किया कि पुलिस ने घर में घेराबंदी कर रखी है। गांव, गली, घर में, घर के बाहर और घर के छत पर पुलिस तैनात है। किसी को भी बाहर नहीं निकलने दिया जा रहा है। मीडिया से बात करने पर पाबंदी है।
लड़के ने बताया कि घर में सभी के फोन छीन लिए गए हैं। किसी के पास फोन तक नहीं है। उसने कहा का फोन छीनकर सबको एक कमरे में बंद कर दिया गया है। सब बहुत डरे हुए हैं। परेशान हैं और रो रहे हैं, लेकिन उनकी कोई नहीं सुन रहा है।
लड़के ने आरोप लगाया कि डीएम आए थे। उन्होंने ताऊ की छाती पर लात मारी। वह बेहोश हो गए। उनकी तबीयत खराब है। मैं छिपकर खेतों से यहां तक आया हूं। ताऊ ने कहा कि मीडिया वालों से बात करनी है बुला लाओ।