अफगानिस्तान में बीती रात आए 6.4 तीव्रता के भूकंप ने कई इलाकों में भारी तबाही मचाई है। इस भूकंप के झटके ताजिकिस्तान, उज्बेकिस्तान और तुर्कमेनिस्तान के अलावा दिल्ली तक महसूस किए गए। इस बीच अफगानिस्तान में हज़रत अली (Hazrat Ali Dargah) की मजार को भारी नुकसान की खबर है। ये दरगाह इस्लामी दुनिया में एक आस्था का केंद्र मानी जाती है। भूकंप से हुई तबाही से दुनियाभर के मुस्लिम समुदाय में गहरा दुख और मायूसी छायी हुई है।
अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (USGS) के अनुसार, भूकंप का केंद्र केंद्र समनगान प्रांत में मजार-ए-शरीफ शहर से 51 किलोमीटर और खुल्म शहर से 23 किलोमीटर दूर जमीन से करीब 28 किलोमीटर की गहराई में था।
समनगान प्रांत के स्वास्थ्य विभाग ने पुष्टि की है कि भूकंप से अब तक 20 लोगों की मौत हुई है, जबकि 140 से अधिक लोग घायल हैं। मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका जतायी जा रही है। भूकंप से मनगान और बाल्ख प्रांतों के कई गांवों में भारी नुकसान पहुंचा है। वहीं, भूकंप के बाद क्षतीग्रस्त हुई इमारतों व घरों के मलबे में दबे लोगों को निकालने के लिए बचाव अभियान जारी है।
इस बीच, मजार-ए-शरीफ में स्थित भूकंप से क्षतिग्रस्त ‘रौज़ा मुबारक’ यानी हजरत अली की दरगाह (Hazrat Ali Dargah) की वीडियो और तस्वीरें सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही हैं। वीडियो में देखा जा सकता है कि मजार की दीवारों पर दरारें आ गई हैं और नीले गुंबदों से टाइलें टूटकर गिर गयी हैं। बाल्ख प्रांत के गवर्नर के प्रवक्ता हाजी ज़ैद ने बताया कि ‘मजार-ए-शरीफ की मस्जिद और आसपास की कई इमारतों को भारी नुकसान पहुंचा है। कई लोग घायल हुए हैं और कुछ की जान भी गई है। यह हमारे लिए दुखद दिन है।’









