नई दिल्ली। उत्तर भारत के कई राज्यों में मौसम का मिजाज इन दिनों बदला है, खास दिल्ली-एनसीआर और यूपी का। गर्मी से लोगों को राहत जरूर मिली है, लेकिन हर ओर पानी से लोग हलकान भी हो रहे हैं।
21.08.2020: 0900 IST: Llight to moderate intensity rain would occur over and adjoining areas of Saharanpur, Roorkee, Yamunanagar, Kurukshetra, Kaithal, narwana Delhi during next two hours.
— India Meteorological Department (@Indiametdept) August 21, 2020
भारतीय मौसम विभाग ने शुक्रवार ने दिल्ली के नरवाना, कैथल, कुरुक्षेत्र, यमुनानगर, सहारनपुर और रूड़की में अगले दो घंटों में हल्की से मध्यम बारिश का पूर्वानुमान जताया था।
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मौसम विभाग ने आज तड़के मुरादाबाद, अमरोहा, चांदपुर, हस्तिनापुर, खतोली, मुजफ्फरनगर, मेरठ, गढ़मुक्तेश्वर, शामली देवबंद, यमुनानगर और बिजनौर में भी आंधी-तूफान के साथ बारिश का अनुमान जताया था। विभाग का कहना है कि 24 अगस्त तक दिल्ली-एनसीआर में बारिश होने की संभावना बनी हुई है। उत्तर भारत के कई राज्यों में रुक-रुककर बारिश होती रहेगी।
यूपी में बाढ़ का कहर, टापू में तब्दील 578 गांव
इस साल अब तक काफी ज्यादा बारिश हो चुकी है। असम, बिहार और उत्तर प्रदेश बाढ़ प्रभावित राज्य हैं। नदियों का जलस्तर बढ़ने से यूपी के 16 जिले बाढ़ की चपेट में आ चुके हैं। इन जिलों के 875 गांवों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। इनमें से 578 गांवों का संपर्क बाकी क्षेत्रों से कट गया है।
प्रदेश के राहत आयुक्त संजय गोयल ने बताया कि इस समय खतरे के निशान से ऊपर बह रही शारदा, राप्ती और घाघरा नदियों की बाढ़ से प्रदेश के अम्बेडकर नगर, अयोध्या, आजमगढ़, बहराइच, बलिया, बाराबंकी, बस्ती, देवरिया, फर्रूखाबाद, गोण्डा, गोरखपुर, लखीमपुर खीरी, कुशीनगर, पीलीभीत, संतकबीर नगर तथा सीतापुर के 875 गांव प्रभावित हैं। इनमें से 578 गांव टापू से बन गए हैं और उनका संपर्क अन्य स्थानों से पूरी तरह कट गया है।