लखनऊ। 16 फरवरी से शुरू हो रही यूपी बोर्ड (UP Board) की हाईस्कूल व इंटर की परीक्षाओं के लिए परीक्षा केंद्र के बाहर सहायता व शिकायत के लिए हेल्पलाइन नंबर लिखवाने होंगे। साथ ही परीक्षा के लिए बनाए गए ट्वीटर हैंडल, फेसबुक पेज और डेडीकेटेड ई-मेल आईडी की भी जानकारी दी जाएगी। ताकि कोई भी आम आदमी इससे जुड़ी शिकायत व जानकारी दे सके। यह निर्देश मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा ने सभी कमिश्नर, डीएम व पुलिस अधिकारियों को भेजे गए परीक्षा निर्देश में दिए हैं।
इस क्रम में परीक्षाओं में नकल आदि की शिकायत के लिए टोल फ्री नंबर 18001805310 व 18001805312 और वाट्सअप नंबर 9415866899 जारी किया है। उन्होंने कहा है कि मुख्यालय स्तर पर कंट्रोल रूम डीआईओएस द्वारा बनाया जाए। जिसे डीआईओएस कार्यालय या राजकीय विद्यालय में स्थापित किया जाए। प्रदेश में बनाए गए 8753 परीक्षा केंद्रों पर नकल की रोकथाम व गोपनीयता भंग न होने देने के लिए सख्त कदम उठाने को कहा है। उन्होंने कहा है कि परीक्षा केंद्रों की संख्या के आधार पर जिले को जोन-सेक्टर में बांटकर सिटी मजिस्ट्रेट, एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार की नियुक्ति की जाए। परीक्षा केंद्रों के आस-पास 100 मीटर की परिधि में और जरूरत पड़ने पर उसके बाहर भी धारा 144 लागू की जाए।
परीक्षा केंद्रों से एक किलोमीटर की परिधि में फोटो कॉपी व स्कैनर का संचालन परीक्षा के दौरान पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा। नकल में लिप्त लोगों पर अंकुश लगाने के लिए एलआईयू से सूचना लेकर कार्रवाई की जाएगी। इस दौरान प्राचार्यों, शिक्षकों को धमकाने आदि पर सख्त कार्रवाई की जाए। सामूहिक नकल के संदेश में संबंधित अधिकारियों से तुरंत संपर्क कर कार्रवाई की जाए। परीक्षा संबंधित सूचनाएं वायरलेस पर पुलिस स्टेशन में देने की सुविधा डीआईओएस को दी जाए।
यह भी दिए निर्देश
– मजिस्ट्रेट व पुलिस अधिकारी केंद्रों का औचक निरीक्षण करें
– सेक्टर में परीक्षा केंद्रों में नकल रोकने के लिए सेक्टर मजिस्ट्रेट उत्तरदायी होंगे
– सशस्त्र गार्डों से 24 घंटे प्रश्नपत्रों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए
– प्रश्नपत्रों को सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में रखा जाए
– परीक्षा केंद्र पर वायस रिकार्डर युक्त सीसीटीवी कैमरा प्रभावित रूप से काम करें
– लड़कियों की चेकिंग सिर्फ महिलाओं द्वारा ही की जाएगी
– कक्ष निरीक्षकों व परीक्षा से जुड़े कर्मचारियों का मोबाइल गेट पर रखवाया जाएगा
– परीक्षा केंद्र में नियुक्त कक्ष निरीक्षक पहचान पत्र, आधार कार्ड रखेंगे
– कम से कम 50 फीसदी कक्ष निरीक्षण दूसरे विद्यालयों के होंगे
– परिवहन विभाग परीक्षा केंद्रों तक यथासंभव सार्वजनिक बसों का संचालन कराए
– परीक्षा अवधि में रियल टाइम मॉनीटरिंग के लिए निर्बाध विद्युत आपूर्ति की जाएं
प्रधानाचार्य कक्ष में न बनाएं स्ट्रांग रूम
बोर्ड परीक्षा के प्रश्नपत्रों के सुरक्षित रख-रखाव के लिए प्रधानाचार्य कक्ष को स्ट्रांग रूम न बनाने को कहा है। प्रमुख सचिव माध्यमिक शिक्षा दीपक कुमार ने सभी जिलाधिकारी, डीआईओएस व पुलिस प्रशासन को परीक्षा से संबंधित विस्तृत दिशा-निर्देश बृहस्पतिवार को जारी किए हैं।
उन्होंने कहा है कि प्रधानाचार्य कक्ष में परीक्षा संचालन व अन्य प्रशासनिक कार्य के लिए कर्मचारियों का आना-जाना रहता है। इसलिए वहां प्रश्न पत्रों के रखरखाव के लिए स्ट्रांग रूम स्थापित करना सुरक्षा की दृष्टि से ठीक नहीं है। ऐसे में प्रश्पपत्र रखने के लिए अलग कमरे को स्ट्रांग रूम बनाया जाए। उन्होंने कहा है कि स्ट्रांग रूम व पेपर रखे जाने वाली आलमारी की 24 घंटे सीसीटीवी से निगरानी होगी। सभी परीक्षा केंद्रों में एक सुरक्षित अलमारी की इसके लिए व्यवस्था की जाएगी।
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इसमें पाली की परीक्षा में पहली बार प्रश्नपत्रों को निकालने के बाद उपस्थित परिक्षार्थियों को बांटने के बाद बचे पेपर को इसमें सुरक्षित रखा जाए। स्ट्रांग रूम में किसी भी अधिकारी, कर्मचारी का मोबाइल फोन के साथ प्रवेश वर्जित रहेगा। स्ट्रांग रूम का लॉग बुक व रजिस्टर में आने-जाने वाले अधिकारी-कर्मचारियों का पूरा ब्योरा रहेगा। स्ट्रांग रूम की चाभी केंद्र पर तैनात स्टैटिक मजिस्ट्रेट की अभिरक्षा में रखी जाएगी। स्ट्रांग रूम, जिसमें डबल लॉक आलमारी रखी है, को स्टैटिक मजिस्ट्रेट, केंद्र व्यवस्थापक व वाह्य केंद्र व्यवस्था की उपस्थिति में परीक्षा शुरू होने से एक घंटे पहले खोला जाए और परीक्षा समाप्त होने के एक घंटे बाद सील किया जाए। उन्होंने स्ट्रांग रूम व पेपर की सुचिता बनाए रखने के लिए सख्त निर्देश दिए हैं।