गोरखपुर। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल व कुलाधपति आननंदीबेन पटेल ने कहा कि वर्ष 2030 तक सभी विश्वविद्यालय और महाविद्यालयों में युवा आबादी के 50 प्रतिशत छात्र-छात्राओं को स्नातक की शिक्षा प्राप्त हो। इसके लिए विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालयों को सतत प्रयास करना चाहिए।
श्रीमती पटेल मंगलावार को यहां मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के पंचम दीक्षांत समारोंह को सम्बोधित कर रही थी। उन्होंने कहा कि जो बच्चे कक्षा एक में प्रवेश लेते हैं। उन्हें इंटरमीडिएट तक की शिक्षा निर्बाध ढंग से उपलब्ध हो। ताकि वह सब स्नातक हो सकें। इसके लिए विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालयों को सतत प्रयास करना चाहिए।
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उन्होंने पांच प्राथमिक स्कूलों के छात्र-छात्राओं को झोले में उपयोगी पुस्तकें, मिठाई अैर फल भी वितरित कर उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। उन्होंने ऐसे बच्चों से लगातार सम्पर्क बनाये रखने का आवाहन भी किया। इस अवसर पर कुलाधिपति श्रीमती पटेल ने 15 छात्र-छात्राओं को पीएचडी की डिग्री प्र्दान करते हुए उन के उज्जवल भविष्य की कामना की। दिक्षांत समारोह में उन्होंने 36 छात्र-छात्राओं को गोल्ड मेडल भी प्रदान किया जिसमें 11 छात्राएं शामिल हैं।
समारोह के मुख्य अतिथि डा. राजेन्द्र सिंह ‘जल पुरूष’ ने छात्र-छात्राओं को आह्वान किया कि उन्होंने चिकित्सा की शिक्षा प्राप्त करने के बावजूद राजस्थान में सूखी नदियों में जल का संचार शुरू करा दिया। यह काम राजस्थान के सूदूर ग्रामीण क्षेत्रों में नागरिकों का हस्ताक्षेप और उनके योगदान से सम्भव हो सका है।
डा.सिंह ने कहा कि वर्तमान समय में तकनीकी विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं को भी इसी प्रकार के कुछ जनोपयोगी कार्य करने होंगे। इस मौके पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. जेपी पान्डेय ने स्वागत करते हुए विश्वविद्यालय की उपलब्धियों और भावी योजनाओं पर विस्तार से प्रकाश डाला।