उत्तर प्रदेश के कानपुर में पुलिस की गिरफ्त में आए हिस्ट्रीशीटर को छुड़ाने के मामले में आरोपी भाजपा नेता नारायण सिंह को उसके दो साथियों गोपाल शरण और रॉकी यादव के साथ नोएडा से गिरफ्तार किया गया है। वहीं हिस्ट्रीशीटर मनोज सिंह को कानपुर पुलिस ने नौबस्ता से गिरफ्तार किया गया है। ये सभी पुलिस पर हमले के बाद से फरार चल रहे थे।
बता दें कि नौबस्ता थाना क्षेत्र के उस्मानपुर में भाजपा दक्षिण जिला मंत्री नारायण सिंह भदौरिया का जन्मदिन एक निजी गेस्ट हाउस में मनाया जा रहा था। जन्मदिन के कार्यक्रम में शहर के विभिन्न थानों में गंभीर धाराओ में वांछित अपराधी मनोज सिंह भी पहुंचा था, जिसकी सूचना पुलिस को लगी। नौबस्ता थाने की पुलिस टीम भाजपा नेता के कार्यक्रम में पहुंची। कानपुर पुलिस हत्या के प्रयास में वांछित चल रहे हिस्ट्रीशीटर मनोज सिंह को गिरफ्तार कर अपने साथ ले जाने लगी।
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इसकी सूचना जैसे ही नारायण भदौरिया को लगी तो वो अपने सामर्थकों के साथ सड़क पर पहुंचे और पुलिस की जीप को चारों ओर से घेर लिया और हिस्ट्रीशीटर को छोड़ने की बात करने लगे। पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर को छोड़ने से मना कर दिया। इसके बाद भाजपा नेता और उसके समर्थक भड़क गए और पुलिस से झड़प पर उतारू हो गए। इसी बीच कुछ ने जीप में बैठे हिस्ट्रीशीटर को जीप से उतारकर भगा दिया। इस दौरान पुलिस भाजपा नेताओं के सामने पूरी तरह से बेबस नजर आई। हिस्ट्रीशीटर मनोज सिंह पर हत्या, हत्या के प्रयास, लूट, बलात्कार जैसी गंभीर धाराओं में 34 मुकदमे दर्ज हैं।
कानपुर नगर के पुलिस आयुक्त असीम अरुण ने बताया कि हिस्ट्रीशीटर और 25 हजार के इनामी वांछित अभियुक्त मनोज सिंह को नौबस्ता टीम द्वारा गिरफ़्तार कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि मनोज सिंह को गिरफ्तारी के बाद भगाने वाले 12 व्यक्तियों को चिह्नित किया गया है। इनमें से रणधीर सिंह तोमर, नारायण सिंह भदौरिया, रॉकी यादव और गोपाल शरण चौहान से पूछताछ के बाद न्यायालय में पेश किया जाएगा।