लखनऊ में जीका वायरस से संक्रमित तीन मरीज मिलने के बाद स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया। शनिवार को राजधानी के जिलाधिकारी के साथ स्वास्थ्य अधिकारियों की हुई अहम बैठक में जीका संक्रमण को रोकने के लिए कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए।
बैठक में जीका वायरस से संक्रमित मरीज को कोरोना की तरह ही पूरी तरह से होम आइसोलेट करने और कंटेनमेंट जोन बनाने के निर्देश दिए गए। इतना ही नहीं डीएम अभिषेक प्रकाश ने निगरानी टीमों को तत्काल एक्टिव करते हुए सर्विलांस को तेज करने का निर्देश भी दिया।
गौरतलब है कि स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि राजधानी में जीका वायरस के तीन मामले सामने आए हैं, जिनमें से दो होम आइसोलेशन में हैं, जबकि एक अस्पताल में भर्ती है। डीएम अभिषेक प्रकाश ने कहा कि अभी से पूरी तरह सचेत हो कर नियंत्रण की कार्रवाई तेज करनी चाहिए। जहां भी जीका वायरस का केस मिलता है उसके 400 मीटर दायरे में जीका कंटेनमेंट जोन बनाया जाए।
डीएम ने कहा कि कंटेटमेंट जोन में स्वास्थ्य विभाग की टीमें घर-घर जा कर एंटी लार्वा की चेकिंग व लक्षणात्मक लोगों का टेस्ट करेंगी। साथ ही जीका वायरस पॉजिटिव व्यक्ति के घर के बाहर बैरिकेडिंग भी की जाएगी। डीएम ने कहा कि जीका वायरस पॉजिटिव रोगी को पूरी तरह आइसोलेशन में रखा जाए। इंटीग्रेटेड कोविड कमांड सेंटर के माध्यम से लोगों को जीका वायरस के संबंध में जानकारी उपलब्ध कराने के लिए हेल्पलाइन नंबर 0522-4523000 को जारी किया गया है।
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जिलाधिकारी ने कंटेनमेंट जोन में गर्भवती महिलाओं की टेस्टिंग के भी निर्देश दिए। स्वास्थ्य विभाग की 100 टीमें कंटेनमेंट जोन में तैनात होंगी जो सुबह आठ बजे से शाम 4.30 बजे तक क्षेत्रों में रहेंगी और शाम पांच बजे सीएचसी पहुंचेंगी। शाम 6 बजे दिन भर की रिपोर्ट जिलाधिकारी कैंप कार्यालय को देंगी। राजधानी के आठ अस्पतालों में जीका वार्ड तैयार किए गए हैं।