गृहयुद्ध से जूझ रहे सीरिया के उत्तरी शहर में एक अस्पताल में मिसाइल हमलों में दो चिकित्साकर्मी सहित कम से कम 18 लोग मारे गए। इस शहर पर तुर्की समर्थित लड़ाकों का कब्जा है। मानवाधिकार कार्यकर्ता और सहायता समूह ने यह जानकारी दी। फिलहाल यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि हमले के पीछे किसका हाथ है, पर ये हमले उन स्थानों से किए गए जहां सरकारी सैनिक और कुर्द लड़ाके तैनात हैं।
गवर्नर के कार्यालय ने हमले के लिए ‘सीरियन कुर्दिश’ समूह को जिम्मेदार ठहराया है। ब्रिटेन के मानवाधिकार संगठन ‘सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स’ ने हमले में मारे गए लोगों की संख्या 18 बताई है। इस हमले में 23 अन्य लोग घायल हो गए हैं।
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विपक्ष के कब्जे वाले स्थानों पर स्वास्थ्य केन्द्रों की सहायता करने वाले ‘सीरियन अमेरिकन मेडिकल सोसाइटी’(एसएएमएस) ने बताया कि आफरीन शहर के अल-शिफा अस्पताल पर दो मिसाइलें दागी गईं, जिससे पॉलीक्लिनिक विभाग, आपात चिकित्सा और डिलिवरी कक्ष पूरी तरह से तबाह हो गए।
समूह ने अस्पताल पर हमले की घटना की जांच की मांग की है। तुर्की के हताय प्रांत ने हमले के लिए कुर्द समूह को जिम्मेदार ठहराया है। वहीं, कुर्द नीत ‘सीरियन डेमोक्रेटिक फोर्सेज’ के प्रमुख मजलूम अबादी ने हमले में अपने बलों का हाथ होने से इनकार किया है। उसने एक ट्वीट में कहा कि अमेरिका समर्थित एसडीएफ ऐसे हमले की निंदा करता है जो बेगुनाहों को निशाना बनाते हैं। उसने इसे अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन बताया।